देहरादून। विकासनगर में धोखाधड़ी कर बैंक से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चेक बुक जारी कराकर 5 लाख 30 हजार रुपये निकालने के आरोपित को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।
कोतवाली में रविंद्र सिंह पुत्र अवतार सिंह निवासी अजीतनगर विकासनगर ने पुलिस को शिकायत दर्ज कर बताया कि उसका केनरा बैंक शाखा विकासनगर में बचत खाता है। वह जब कार लोन लेने की जानकारी लेने केनरा बैंक में गया तो उसके साथ उसका करीबी दोस्त साहिब सिंह पुत्र गुरबख्श सिंह निवासी अजीतनगर भी था। जहां पर एक बैंक कर्मी द्वारा रविंद्र को बताया कि उसके नाम से बैंक में उनका एक अकाउंट और भी है, जो काफी समय से बंद पड़ा है। जिसमें पांच लाख रुपये से अधिक की धनराशि है। इस पर रविंद्र ने बैंक में अपना अन्य अकाउंट होने से इंकार कर दिया। यह बात उसके करीबी दोस्त साहिब सिंह ने सुन ली, जब वह दोबारा कार लोन की कार्रवाई करने बैंक गया तो साहब सिंह उसके साथ था और बैंक कर्मी की मिलीभगत से कार लोन की कार्रवाई करते समय साहिब सिंह ने उसकी आइडी को इस्तेमाल करते हुए बंद पड़े खाते को पुनर्जीवित कर केवाईसी करा ली। कार लोन के आवेदन पर साहब सिंह ने अपना मोबाइल नंबर दर्ज करा दिया। ताकि भविष्य में बैंक के एसएमएस रविंद्र सिंह को प्राप्त न हो सके। तीन अक्टूबर 2019 को साहिब सिंह ने चेक बुक जारी करने वाले फार्म पर रविंद्र के फर्जी हस्ताक्षर कर बंद पड़े खाता संख्या की एक चेक बुक जारी करा ली। जिससे 5 अक्टूबर को चेक से दो लाख पचास हजार व 25 अक्टूबर 19 को चेक से 250000 अपनी फर्म मिनट्स इंटरप्राइजेज में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद साहिब सिंह ने तीन दिसंबर 19 को चेक से तीस हजार रुपये नगद निकाल लिए। इस प्रकार साहिब सिंह ने खाते से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पांच लाख तीस हजार रुपये निकाल लिए। आरोपों की पुष्टि होने पर गुरुवार को पुलिस ने बताया आरोपित की लोकेशन ट्रेस के आधार पर गिरफ्तार किया। कोतवाल राजीव रौथाण ने बताया कि आरोपित को जेल भेज दिया गया है।