चंडीगढ । भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने करनाल के एसडीएम को ‘सरकारी तालिबानी’ का कमांडर करार दिया है। उन्होंने एक सभा में कहा कि कल एक अधिकारी ने किसानों के सिर पर मारने का आदेश (पुलिस को) दिया। उन्होंने हमें खालिस्तानी कहा। अगर आप हमें खालिस्तानी और पाकिस्तानी कहेंगे तो हम यही कहेंगे कि ‘सरकारी तालिबानी’ ने देश पर कब्ज़ा कर लिया है. ये लोग ‘सरकारी तालिबानी’ हैं।
हरियाणा के नूह में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “जिस अधिकारी ने किसानों के सिर को फोड़ने की बात कही है उसे नक्सल प्रभावित इलाके में भेज देना चाहिए. वो आएएस अधिकारी ‘सरकारी तालिबानी’ का कमांडर है।
बता दें कि करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो सुरक्षाकर्मियों से विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के ‘सिर फोड़ने’ की बात कहते दिखाई दे रहे हैं. वीडियो को लेकर हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की भी प्रतिक्रिया सामने आई है.
दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि एक आईएएस अधिकारी द्वारा किसानों के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल निंदनीय है. निश्चित तौर पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक स्पष्टीकरण में, उन्होंने (करनाल एसडीएम आयुष सिन्हा) कहा कि वो पिछले दो दिनों में सोए नहीं हैं. वो शायद यह नहीं जानते कि किसान भी साल में 200 दिन सोते नहीं हैं।
वीडियो वारयल होने के बाद एसडीएम आयुष सिन्हा ने कहा कि कई जगहों पर पथराव शुरू हो गया था. ब्रीफिंग के दौरान आनुपातिक रूप से बल प्रयोग करने की बात कही गई थी।






