हल्द्वानी। राजकीय मेडिकल कॉलेज और डा सुशीला तिवारी अस्पताल में काम कर रहे लगभग 900 कर्मचारियों की हङताल आज नवें दिन भी जारी रहा। मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए धरना दिया और प्रदर्शन किया। स्पष्ट किया है कि अन्याय के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा।
डा सुशीला तिवारी राजकीय मेडिकल कॉलेज के उपनल कर्मचारी समिति के बैनर तले सैकडों कर्मचारी आज बी परिसर में एकत्र हुए। मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। यहां धरना स्थल पर हंगामेदार सभा हुई। वक्ताओं ने कहा कि हल्द्वानी का राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी उत्तराखंड का सबसे पुराना मेडिकल कॉलेज है। यहां उपनल के गठन से पहले ही 1998 से कर्मचारी तैनात हैं। 2010 में डा सुशीला तिवारी मेडिकल कालेज का राजकीयकरण होने के बाद भी उन्हें नियमानुसार विभाग में समायोजित नहीं किया गया। इसके बाद सालों से काम कर रहे कर्मचारियों को नियम विरुद्ध 2011 में उपनल में डाल दिया गया। कहा कि इसके बाद से ही कर्मचारियों का शोषण बढ़ गया है। कहा कि इस शोषण से मुक्ति दिलाने और सरकारी की योजनाओं का लाभ देने के लिए उनका तत्काल नियमितकरण किया जाए।
सभा को संबोधित करते हुए समिति के अध्यक्ष पीएस बोरा ने कहा कि अब सरकार को अधिक मनमानी करने के बजाए मेडिकल कालेज और सुशीला तिवारी अस्पताल के उपनल कर्मचारियों को न्याय देने के लिए पहल करनी चाहिए। इस संबंध में शीघ्र ही मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की जाएगी। सभा को मोहन रावत, खीमराम साहू, राकेश कुमार, सेतूलाल, दीवान सिंह, सुशील कुमार, प्रकाश शमाॅ, हेमा आयॅ, प्रेमा ओली, शंकर पांडेय, वासुदेव डोलगाई, संजय पांडेय, राजेंद्र राणा, केसी पनेरू, प्रकाश जोशी, दीपक आयॅ, घनश्याम बेलवाल, मुनीश पांडेय, संतोष सत्यवली आदि ने संबोधित किया।