पिथौरागढ़। डीडीहाट को जिला बनाने की मांग एक बार फिर आंदोलन शुरू गया है। सात साल पहले जिला बनाने की घोषणा होने के बाद भी यहां के लोग निराश हैं। अब आमरण अनशन से संघर्ष की शुरू करने की तैयारी हो गई है। प्रस्तावित सीमांत जिला डीडीहाट में धारचूला, मुनस्यारी, बंगापानी, डीडीहाट तहसील के साथ ही बेरीनाग तहसील का बङा हिस्सा हैं।
डीडीहाट जिले की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे आंदोलनकारी भाजपा सरकार में जिला बनने की उम्मीद लगाए हुए थे। उनका मानना था कि भाजपा सरकार अपनी ही पार्टी के मुख्यमंत्री की घोषणा को पूरा करेगें। अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। अब पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री बनने के बाद स्थानीय लोगों का मानना है कि प्रस्तावित डीडीहाट जिले के निवासी होने के नाते मुख्यमंत्री धामी जरूर जिले की मांग पूरी करेंगे। अभी तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब जिला बनाओ संघर्ष समिति ने एक बार फिर जिला बनाने की मांग उठाई दी है।
जिले की मांग को लेकर आमरण अनशन डीडीहाट के रामलीला मैदान में प्रारम्भ हो गया है, पहले दिन जिला बनाओं संघर्ष समिति के सदस्य लवी कफलिया व दान सिंह देउपा आमरण अनशन में बैठे। रामलीला मैदान में हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि 1960 से डीडीहाट जिले की मांग डीडीहाट के लोग कर रहे है परंतु सरकारे जिलों का गठन न करके इसे लटकाने का काम कर रही है। आमरण अनशन को समर्थन देते हुये व्यापारियों ने कहा कि जब तक जिला नही बनता है तब तक आंदोलन जारी रहेगा। अनशन को व्यापार संघ, पूर्व सैनिक , युवा संगठन, महिला संगठन, टैक्सी यूनियन सहित तमाम संगठन समॅथन दे रहे हैं।






