हल्द्वानी। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और, पूर्व सह मीडिया प्रभारी सुरेश तिवारी ने 2022 विधानसभा चुनाव में कालाढूंगी विधानसभा सीट से दावेदारी की है। कहा है कि वह पिछले 33 सालों से पार्टी की सेवा कर रहे हैं, अब जनता की सेवा कर सकते हैं। सुरेश तिवारी की घोषणा के बाद इस सीट पर टिकट बंटवारे में घमासान तय माना जा रहा है। यह सीट उत्तराखंड सरकार में नंबर दो माने जाने वाले कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत की सीट है। श्री भगत हाल ही में कालाढूंगी सीट से ही चुनाव लेने का ऐलान कर चुके हैं।
हल्द्वानी में प्रेस वार्ता करते हुए भाजपा नेता सुरेश तिवारी ने अपने शुरुआती संघर्ष से लेकर अब तक की भारतीय जनता पार्टी की राजनीति के क्षेत्र में किए गए कार्यों को मीडिया के सामने रखा। कहा है कि उन्होंने पार्टी के अलग-अलग फोरम पर इस बार कालाढूंगी विधानसभा से मौका दिए जाने की मांग की है। कहा कि अगर पार्टी उन्हें अवसर देगी तो वह अवश्य जन आकांक्षाओं पर खरे उतरेंगे। सुरेश तिवारी ने कहा कि 1989 से पिछले 33 सालों से वह लगातार एक छोटे से कार्यकर्ता से लेकर प्रदेश सह मीडिया प्रभारी तक लगातार कार्य करते आ रहे हैं। लिहाजा इस बार उन्होंने कालाढूंगी विधानसभा से उन्हें एक अवसर दिए जाने की मांग की है।
गौरतलब है कि सुरेश तिवारी कालाढूंगी विधानसभा से लंबे समय से तैयारी कर रहे हैं। उनके कालाढूंगी विधानसभा से दावेदारी कर रहे हैं। ऐसा पहली बार हुआ है, जब एक विधानसभा से दो- दो दावेदारों ने खुलकर मीडिया के सामने चुनाव लड़ने की बात सामने रखी है।
बता दें कि कालाढूंगी विधानसभा लगातार चर्चा का विषय बनी हुई है। हाल ही में पहले भाजपा के एक वरिष्ठ नेता व उनके बाद गजराज बिष्ट ने इसी सीट से दावेदारी ठोकी थी। हालांकि उसके बाद सीट से वर्तमान विधायक और कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने भी इसी सीट से चुनाव लड़ने की बात कही थी। विधायक प्रतिनिधि विकास भगत का नाम भी कुछ समय से चर्चा में आ रहा है।
सुरेश तिवारी से पहले इस सीट पर भाजपा प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट व वरिष्ठ नेता मनोज पाठक का नाम भी सामने आ रहा है। सुरेश तिवारी की खुली घोषणा के बाद इस सीट पर टिकट पाने के लिए घमासान होना तय है।