एसटीएफ को बड़ी सफलता: पिथौरागढ़ के सेराघाट में छह लैपडॅ के खालों के साथ दो गिरफ्तार

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देहरादून। उत्तराखंड में वन्य जीव अंगों की तस्करी को रोकने के लिए चलाए जा रहेअभियान के तहत स्पेशल टास्क फोर्स को पिथौरागढ़ में बड़ी सफलता मिली है। एसटीएफ ने निरीक्षक कुमॉऊ एमपी सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा पिथौरागढ़ जिले के सेराघाट क्षेत्र में एक अभियुक्त राहुल सिंह डसीला पुत्र स्वर्गीय प्रताप सिंह डसीला निवासी ग्राम सेरा उर्फ बडोली थाना बेरीनाग, जिला पिथौरागढ़। उम्र 20 वर्ष के एक वन्य जीव जंतु अंगों के अंतर्राष्ट्रीय तस्कर को छह लैपर्ड की खाल नाजायज व गुलदार के 43 नाखून व 24 दांत व एक वाहन ऑल्टो सँख्या यूके 05 सी 3938 के साथ गिरफ्तार किया गया। उसका साथी सोनू डोभाल पुत्र स्वर्गीय कैलाश सिंह डोभाल, निवासी शेरा बडोली सेराघाट, जिला पिथौरागढ़ उम्र 25 वर्ष जंगल में अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। लेपर्ड वाइल्ड लाइफ एक्ट में शेड्यूल 1 श्रेणी में आता है। अभियुक्त के विरुद्ध थाना बेरीनाग में वन्य जीव जन्तू संरक्षण अधिनियम की सम्बन्धित धाराओं का अभियोग पंजीकृत किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि वह यह लैपर्ड की खाल सेराघाट के जंगलों में करंट लगाकर मारते हैं तथा फिर ऊंची कीमतों में नेपाल के वन्यजीव तस्करों को बेचते हैं। इससे पूर्व भी 2019 में गिरफ्तार अभियुक्त व उसका फरार साथी नेपाल में एक खाल बेच चुके हैं। यह खाल करीब एक से दो वर्ष पुरानी है । बरामद 6 खालो की अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब पचास लाख रूपया है। अभियुक्त इस लैपर्ड की खाल को नेपाल में किस-किस को सप्लाई करता है।

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