जसपुर, भारतीय किसान संघ की हर माह 4 तारीख को सभी ग्राम समितियों की मासिक बैठक सुनिश्चित की गई ,भारतीय किसान संघ उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश ने संयुक्त रूप से तय किया है कि जिस गांव में जिला विकासखंड और ऊपर के पदाधिकारी निवास करते हैं उन सभी स्थानों की मासिक बैठक हर माह की 4 तारीख को करने का निर्णय लिया गया,
आज उधम सिंह नगर की जिला बैठक धर्मशाला मंदिर जसपुर में कोतवाली के निकट रामलीला ग्राउंड रामलीला ग्राउंड मैं जिला अध्यक्ष श्रीमान कृष्ण कान्हा तिवारी जी के अध्यक्षता में संपन्न हुई ,जिसमें जिसमें विकासखंड की मासिक बैठक की योजना बनाते हुए जसपुर विकासखंड की हर मां के चौथा रविवार धर्मशाला मंदिर जसपुर में होगी, जिसके प्रभारी जिला अध्यक्ष श्रीमान कृष्ण कांटा तिवारी होंगे ,गदरपुर विकासखंड की मासिक बैठक हर महा का पहला रविवार बुक सौर मैं होगी ,जिसके लिए जिला मंत्री जितेंद्र सिंह को प्रभारी बनाया गया है, रुद्रपुर विकासखंड की मासिक बैठक हर महा का दूसरा रविवार बिंदु खेड़ा में इसके लिए नवनीत मिश्रा जी जो जिला कोषाध्यक्ष और प्रांत कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं, विकासखंड का प्रभारी बनाया गया है ,इसके साथ साथ संगठन के संगठनात्मक रचनात्मक और आंदोलन आत्मा कार्य पर जोर दिया गया ताकि समाज से संपर्क बराबर बना रहे ग्राम समिति की मासिक बैठक हर माह में अनिवार्य रूप से करने का निर्णय लिया गया, इसके अलावा चारों उत्सव किसान दिवस ,भगवान बलराम जयंती ,भादो शुक्ल छठ ,गोपाष्टमी ,कार्तिक शुक्ल पक्ष अष्टमी भारत माता पूजन 26 जनवरी और 4 मार्च स्थापना दिवस, गांव स्तर पर करने का निर्णय लिया, आज की बैठक में मुख्य रूप से प्रांतीय महामंत्री चौधरी कुंवर पाल सिंह प्रांतीय उपाध्यक्ष श्रीमान सुधीर साहि प्रांतीय मंत्री श्रीमती चंद्रकला बहन जी और संगठन मंत्री उत्तराखंड सुकर्म पाल राणा ,जिला कार्यसमिति सदस्य अनिल गुप्ता जी कपिल कुमार जी नगर सिंह चालाक श्रीमान पृथ्वी सिंह जी ,अवनीश कुमार जी ,जसपुर खंड के अध्यक्ष श्रीमान डॉ करनैल सिंह ,खंड के मंत्री मास्टर राकेश राय ,गदरपुर विकासखंड के अध्यक्ष हरे राम चौधरी ,कॉले सिंह पुनीत कश्यप आदि ने अपने विचार व्यक्त किए ,
9 अक्टूबर को उत्तराखंड मेरठ प्रांत और ब्रज प्रांत को मिलाकर उत्तर प्रदेश पश्चिम क्षेत्र का प्राकृतिक जैविक वर्ग गुरुकुल कांगड़ी हरिद्वार में संपन्न होगा, जिस परिवार में देशी गाय हैं वही व्यक्ति अभ्यास वर्ग में शामिल हो सकता है ताकि अभ्यास वर्ग के बाद में जैविक खेती प्राकृतिक खेती करनी प्रारंभ करें,