देहरादून। उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ ने वन्य जीव अंग तस्करी से जुड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। एसटीएफ ने ऊधमसिंह नगर के बाजपुर से पीछा कर गिरोह को हरिद्वार के लक्सर में पकड़ा।
मिली जानकारी के मुताबिक सीओ एसटीएफ डाँ0 पूर्णिमा गर्ग द्वारा निरीक्षक एमपीसिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। टीम ने आज तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रूद्रपुर टीम के साथ मिलकर संयुक्त कार्यवाही कर मुखबिर की सूचना पर बाजपुर दोराहा क्षेत्र से पीछा करते हुए हरिद्वार लक्सर क्षेत्र से चार वन्य जीव जन्तुओं के तस्करों बण्टी नाथ पुत्र अमर नाथ, निवासी घोसीपुरा, थाना बंग्ला, जिला हरिद्वार। उम्र 45 वर्ष, रामधारी पुत्र बारमल, निवासी लिसाडा, थाना लिसाडा, तहसील बिल्लौर, जिला जालंधर , पंजाब, उम्र 60 वर्ष, श्याम लाल उर्फ काला पुत्र तारिया बावरिया, निवासी बाँगी चै सुखियाबाद, होशियारपुर, पंजाब, उम्र 35 वर्ष, व हरिद्वारी पुत्र बीरबल उर्फ तोताराम बावरिया, निवासी बल्लाचोर, जिला नवाशहर, पंजाब, उम्र 30 वर्ष को गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से दो बाघ (टाइगर) की खाल व दो मोटर साईकिल स्पेलेण्डर बरामद की गयी। दोनों टीमों द्वारा इसमें पिछले एक माह से कार्य किया जा रहा था। गिरफ्तार वन्य जीव तस्करों में उत्तराखण्ड व उत्तर प्रदेश के सबसे कुख्यात व शातिर वन्य जीव तस्कर तोताराम का पुत्र हरिद्वारी लाल भी शामिल है। बाघ (टाइगर) शैड्यूल एक श्रेणी का जानवर है। वह पहले भी कई बार अवैध वन्य जीव अंगो की तस्करी पहाड़ो से उत्तर प्रदेश व दिल्ली आदि राज्यों में कर चुके है। अभियुक्त इस टाइगर की खाल को उत्तराखण्ड में किस-किस से प्राप्त करते है तथा किस-किस को सप्लाई करते है इस सम्बन्ध में अभियुक्तों से विस्तृत पूछताछ जारी है। मामले में आरक्षी महेन्द्र गिरी व आरक्षी किशोर कुमार की विशेष भूमिका रही।
एसएसपी एसटीएफ द्वारा बताया गया कि कुमाऊँ के जंगलों में वन्य जीव जन्तुओं के शिकार करने की काफी समय से जानकारी मिल रही थी। जिस पर सीओ एसटीएफ कुमाऊँ परिक्षेत्र को निर्देशित किया गया था। जिसके क्रम में आज दो टाइगर की खाल टीम द्वारा बरामद किए गए है, और चार शातिर वन्य जीव तस्कर को गिरफ्तार किया गया है। इनसे पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां एसटीएफ के हाथ लगी है। जिन पर आगे कार्यवाही की जायेगी। यह वर्ष 2022 की वाइल्ड लाइफ के क्षेत्र में छठी कार्यवाही है जिसमें पूर्व में पांच मामलों में 6 वन तस्कर गिरफ्तार किए जा चुके हैं तथा एक लेपर्ड की खाल, एक पैंगोलिन की खाल, भालू का पित्त बरामद किया जा चुका है।इससे पूर्व वर्ष 2021 ने पांच मामलों में 12 जीव जंतु तस्करों को गिरफ्तार कर 8 लेपर्ड की खाल तथा दो हाथी के दांत बरामद किए जा चुके हैं। पिछले वर्ष ही एसटीएफ द्वारा खूंखार जीव जंतु तस्कर तोताराम को गिरफ्तार किया गया था।
तराई केन्द्रीय वन प्रभाग की डीएफओ डा. अभिलाषा सिंह द्वारा बताया गया कि कुमाऊँ के जंगलों में वन्य जीव जन्तुओं के शिकार करने की काफी समय से जानकारी मिल रही थी। जिस पर वन क्षेत्राधिकारी, पीपल पड़ाव रेंज को निर्देशित किया गया था। जिसके क्रम में आज 02 टाइगर की खाल टीम द्वारा बरामद कर चार शातिर वन्य जीव तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह द्वारा जनता से अपील की है कि वह वन्यजीवों की तस्करी करने वाले तस्करों के विरूद्व कार्यवाही हेतु तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या एसटीएफ उत्तराखण्ड (0135-2656202) से सम्पर्क करें। आगे भी एसटीएफ वन्यजीव तस्करों के विरूद्व कार्यवाही करती रहेगी।
कार्यवाही करने वाली पुलिस टीम में निरीक्षक एमपीसिंह, उपनिरीक्षक बृजभूषण गुरूरानी, कांस्टेबल महेन्द्र गिरी, कॉन्स्टेबल किशोर कुमार, कॉस्टेबल रियाज अख्तर, कॉन्स्टेबल मनमोहन सिंह, कॉन्स्टेबल संजय कुमार, कॉन्स्टेबल जगपाल सिंह, कॉन्स्टेबल गुरवंत सिंह, कॉन्स्टेबल सुरेन्द्र कनवाल व तराई केन्द्रीय वन प्रभाग टीम से रूप नारायण गौतम, वन क्षेत्राधिकारी, पीपल पड़ाव रेंज, वन दरोगा कैलाश चन्द्र तिवारी, एसओजी तराई केन्द्रीय वन प्रभाग वन दरोगा संदीप सोठा, एसओजी तराई केन्द्रीय वन प्रभाग, वन दरोगा दिनेश शाही, पीपल पड़ाव रेंज, वन आरक्षी सुरेन्द्र सिंह, वाईल्ड क्राईम कन्ट्रोल युनिट कुमाऊँ, आरक्षी चालक राहुल कनवाल, एसओजी तराई केन्द्रीय वन प्रभाग शामिल रहे।