*सोनिया गांधी से पूछताछ का विरोध: कांग्रेस का देहरादून में जोरदार प्रदर्शन*

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देहरादून। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी नेशनल हेराल्ड केस में आज ईडी के समक्ष पेश होने से कांग्रेसी खासे नाराज हैं। पहले भी ईडी के सामने पेश होना था लेकिन अस्वस्थ होने और कोविड संक्रमित हो जाने की वजह से ऐसा नहीं हो पाया. वहीं, जांच एजेंसी ईडी की ओर से सोनिया गांधी की पूछताछ के विरोध में आज देशभर के साथ उत्तराखंड के हर जिले में भी कांग्रेस की ओर से प्रदर्शन किया।
राजधानी देहरादून स्थित प्रदेश मुख्यालय में एकत्रित होकर तमाम कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च की शुरुआत की. कांग्रेसी क्रॉस रोड स्थित ईडी कार्यालय के सामने पहुंचे और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेसजनों ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार के इशारे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को ईडी का समन भेजा गया है. उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है. वहीं, ईडी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया. कांग्रेस का नेताओं का कहना है कि देश में जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है और लोकतंत्र में विरोध कट करना सबका अधिकार है मगर सरकार इसे भी कुचल रही है।
केंद्र सरकार पर एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप: इस दौरान नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर ईडी ने हमारी नेता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को तलब किया है. इससे पहले राहुल गांधी से भी ईडी ने 5 दिनों तक पूछताछ की थी. इससे निश्चित रूप से यह प्रतीत होता है कि जो भी मुखर होकर केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है, उनके विरुद्ध सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर उनको प्रताड़ित करती है।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि स्वयं सोनिया गांधी का कहना है कि वो इंदिरा गांधी की बहू हैं और वो इससे डरने वाली नहीं हैं. इस घड़ी में सभी कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह का काम भाजपा सरकार कर रही है, इसके विरोध में सभी कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भी केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, जब से भाजपा सत्ता में आई है तब से देश में यह ट्रेंड चल गया है कि संवैधानिक संस्थाओं का इस्तेमाल विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए किया जाए. जो भी लोग पीएम मोदी या फिर गृह मंत्री अमित शाह के विरुद्ध आवाज उठाते हैं, उनके खिलाफ ईडी या सीबीआई की जांच बैठा दी जाती है. लेकिन जो लोग बीजेपी में चले जाते हैं, उनको बीजेपी ऐसी मशीन में धो देती है कि उनके ऊपर से सभी दाग गायब हो जाते हैं और ईडी की जांच बंद हो जाती है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हमारी नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर केंद्रीय एजेंसी का दुरुपयोग करते हुए उनको प्रताड़ित कर रही है।
प्रदर्शन में शामिल हरिद्वार ग्रामीण से विधायक अनुपमा रावत में भी सरकार पर जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किए जाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जांच एजेंसियों को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बना दिया है, और इसके खिलाफ कांग्रेस पार्टी आवाज उठा रही है. आमजन हो या फिर नेता, जो भी सरकार के खिलाफ मुखर होते हैं उन्हें सरकार इसी प्रकार से डराती और धमकाती है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. अनुपमा रावत का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अस्वस्थ होने के बावजूद प्रवर्तन निदेशालय ने तलब किया है. उसी के विरोध में कांग्रेस पार्टी आज प्रदर्शन कर रही है. बता दें कि कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड केस में तलब किया है. इसके विरोध में समूचे देश में कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है। हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि आज केंद्र सरकार भय पैदा कर सत्ता पर काबिज रहना चाहती है। ऐसी सरकार के खिलाफ संघर्ष की जरूरत है।

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