हाकम के बाद अब इंजीनियर दंपत्ति एसटीएफ के निशाने पर

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देहरादून। उत्तराखंड में चर्चित अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार गर्म है। एक इंजीनियर दंपती को लेकर सोशल मीडिया में मैसेज वायरल हुआ जिसमें हाकम सिंह के इंजीनियर की पत्नी को सरकारी नौकरी लगवाने और इंजीनियर पति के भी हाकम के साथ मिलकर सरकारी नौकरी दिलवाने के गिरोह में संलिप्त होने की बात कही गई है।
पिछले साल हुई आयोग की संयुक्त स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामला उजागर होने के बाद से ही उत्तरकाशी जनपद सुर्खियों में है। वहीं अब सोशल मीडिया पर उत्तरकाशी जनपद का एक इंजीनियर दंपती चर्चाओं में है।
इस दंपती को लेकर सोशल मीडिया फेसबुक और व्हाट्स एप पर वायरल हो रहे एक मैसेज में हाकम के इंजीनियर की पत्नी को वर्ष 2016-17 में पंतनगर यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित सहायक इंजीनियर भर्ती में मोटी रकम लेकर भर्ती कराने की बात कही गई है। इंजीनियर पति को भी हाकम के साथ मिलकर कई लोगों को नौकरी लगाने की बात कही गई है। वायरल मैसेज में कहा जा रहा है कि 2021 में हुई यूपीसीएल एई भर्ती परीक्षा में पैसे लेकर नौकरी बांटी गई।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने स्नातक स्तरीय परीक्षा गत वर्ष दिसंबर में कराई थी। इसके बाद से ही लगातार इसमें धांधली की बात सामने आ रही थी। बीती 22 जुलाई को मुख्यमंत्री के निर्देश पर रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। तब इसकी जांच एसटीएफ को सौंपी गई। इसके बाद से ही एसटीएफ कड़ियां जोड़कर पूरे मामले की जांच में जुटी है। इस मामले में अब तक 18 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह कहते हैं कि अभी तो वीपीडीओ भर्ती मामले की ही जांच कर रहे हैं। पहले की परीक्षाओं के बारे में तो कुछ नहीं कहा जा सकता। किसी के पास कोई साक्ष्य है जिसका प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इस भर्ती से संबंध है तो दे सकता है।

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