उत्तराखंड की स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल, शीघ्र ही सरकार को बर्खास्त करें राज्यपाल: बल्यूटिया

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हल्द्वानी। उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने कहा है कि सरकार की लापरवाही से आज डॉ सुशील तिवारी अस्पताल बदहाली की ओर बढ़ रहा है। उपनल कर्मचारियों की वर्षो से की जा रही मांगो की अनदेखी से वह कामकाज छोड़कर सड़क पर उतर गए हैं। इससे पूरे कुमाऊ से इलाज के लिए आ रहे लोगो को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए।
बल्यूटिया ने कहा कि वैसे ही प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा हमेशा ही सवालों के घेरे में ही रही है।
कुमाऊं के सबसे बड़े रेफरल अस्पताल जिसकी वजह से ही थोड़ा बहुत उपचार हो रहा था। अब सरकार की गलत नीतियों की वजह से उपनल के अधीन कार्य कर रहे कर्मी अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए है। जिसमें लैब तकनीशियन ओटी तकनीशियन से लेकर सफाई कर्मचारी भी शामिल हैं। इन कर्मियों की हड़ताल से जहाँ ऑपरेशन नही हो पा रहे हैं वही विभिन तरह के अल्ट्रासाउंड, एक्सरे एवम जांचे भी प्रभावित है। पूरे अस्पताल में गंदगी से यहाँ भर्ती अन्य मरीजो में भी संक्रमण फैलने की शंका है। कांग्रेस इन सभी कर्मियों की मांगों का समर्थन करती है। इनकी सभी न्यायोचित माँगे पूरी की जानी चाहिये। मुख्यमंत्री जिनके पास स्वास्थ्य मंत्रालय भी हैं इन संबंध में कोई कदम नही उठा पा रहे हैं जबकि लोगों की दिक्कतें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
दीपक बल्यूटिया ने कहा कि डा० सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी पूर्व मुख्यमंत्री स्व० नारायण दत्त तिवारी की देन है जो कि पूरे पहाड़ तथा मैदानी क्षेत्र की लाइफ लाइन है। उपनल कर्मी इस अस्पताल की रीढ़ हैं। इसके बावजूद भाजपा की तीरथ सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। मुख्यमंत्री से लेकर सभी मंत्री और पूरी भाजपा सल्ट चुनाव में लगी है। जबकि हल्द्वानी में एसटीएच के उपनल कर्मियों की हड़ताल से हजारों मरीज परेशान हैं। उनका कहना है कि एसटीएच की दुगर्ति के बावजूद राज्य सरकार के आंख कान नहीं खुल रहे हैं।
सरकार उपनल कर्मियों से बातचीत कर समाधान खोजने की बजाए सल्ट विधान सभा चुनाव को लेकर ज्यादा चिंतित नज़र आ रही है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार तत्काल उपनल कर्मियों से बातचीत कर समाधान निकालें और सुशीला तिवारी अस्पताल में व्यवस्थाओं को सुचारु करें। कहा कि यदि भाजपा सरकार से सरकारी तंत्र संभल नही रहा है तो तुरन्त सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिये ताकि जनता को अपनी पसंद की सरकार को चुनने का अवसर मिले।

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