नैनीताल। उत्तराखंड शासन में सचिव आपदा रणजीत सिन्हा ने आज सोमवार को जिले के भ्रमण के दौरान नैनीझील के सम्पूर्ण क्षेत्र बलियानाला, पाइन्स के समीप भवाली हाइवे राष्ट्रीय राज्यमार्ग पर विगत माह आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त सड़क का निरीक्षण कर किया। मौके पर ही सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
सचिव आपदा ने लोनिवि, सिंचाई, जलसंस्थान एवं नगरपालिका के अधिकारियों के साथ क्षेत्र में हो रहे भू-धसाव, भू-कटाव एवं सीवरेज के सम्बंध में गहनता से विचार-विमर्श करते हुए क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को सम्पूर्ण क्षेत्र का परीक्षण के उपरान्त प्लान बनाना के निर्देश दिये, ताकि क्षेत्र में हो रहे भू-स्खलन जैसी घटनाओं को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि भू-स्खलन रोकने के लिए डैनेज सर्पोट, सिस्टम सर्पोट को ठीक करने एवं बायोट्रीटमेन्ट की जरूरत है तभी क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन को स्थायी रूप से रोका जा सकता है। श्री सिन्हा ने सम्बन्धित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये हैं कि आपदा के तहत जो भी कार्य किये जाने हैं उन कार्यो का प्रस्ताव यथाशीघ्र बनाते हुए आपदा मुख्यालय देहरादून को भेजना सुनिश्चित करें ताकि आपदा के कार्यो पर उच्च स्तर पर आवश्यक कार्यवाही करते हुए समयवद्व से पूर्ण किया जा सके। उन्होंने बलियानाला क्षेत्र में होने रहे भू-कटाव पर पैनी नजर रखने के भी निर्देश दिये। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि भू-कटाव से पहले एवं उसके बाद जो ट्रीटमेंट कार्य किये गये हैं उसके उपरान्त क्षेत्र में क्या स्थिति बनी है की फोटोग्राफी एवं विडियोग्राफी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ताकि सम्भावित खतरे की सही सही आंकलन किया जा सके।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार जोशी, अधिशासी अभियन्ता लोनिवि दीपक गुप्ता, एई राजेश, एसडीओ सिंचाई डीडी सती, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई अनिल कुमार वर्मा, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी शैलेश कुमार, अधिशासी अभियन्ता जलसंस्थान विपिन कुमार, ईओ नगरपालिका अशोक कुमार वर्मा के साथ अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।