देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल ने अंकिता भंडारी हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच की मांग उठाई है। यूकेडी ने न केवल स्थानीय पटवारी को गिरफ्तार करने की मांग की है, बल्कि विधायक रेनू बिष्ट के खिलाफ साक्ष्य समाप्त करने की साजिश का मुकदमा दर्ज करने पर जोर दिया है।
उक्रांद अध्यक्ष काशीसिंह ऐरी के नेतृत्व में यूकेडी के प्रतिनिधिमंडल ने उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से मुलाकात की। उन्हें इस पूरी घटना के बारे में बताया। श्री ऐरी ने कहा कि 18 सितम्बर 2022 को अंकिता भंडारी नाम की पहाड़ की एक बेटी जो गंगा भोगपुर के वनंतरा नामक एक रिसॉर्ट में कार्यरत थी. अचानक लापता हो गई थी. जिसकी गुमशुदगी की सूचना रिसॉर्ट के मालिक द्वारा स्थानीय पटवारी के पास दर्ज करवाई। गई। परन्तु पटवारी द्वारा इस प्रकरण में अत्यंत लापरवाही बरती गई। इसकी सूचना जब समाचार पत्रों द्वारा स्थानीय लोगों की मिली तो प्रशासन पर लड़की को ढूंढने का दबाव बना। जिस कारण उक्त केस रेगुलर पुलिस को सौंपा गया और अंततोगत्वा लड़की का शव 23 सितम्बर को चीला बैराज से बरामद हुआ। बाद में रिसॉर्ट कर्मियों से की गई पूछताछ व सीसीटीवी कैमरे से मिले कुछ साक्ष्यों के आधार पर तीन गिरफ्तारियां की गई हैं। पुलिस द्वारा कराए गए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के “अनुसार लड़की की मृत्यु चोटों एवं दम घुटने के कारण हुई। जनता द्वारा पोस्टमार्टम की रिपोर्ट पर संदेह किया गया, दुबारा पोस्टमार्टम की एवं परिवार को आर्थिक मदद की मांग की गई। बाद में जन दबाव के चलते मुख्यमंत्री के आश्वासन पर लड़की का अंतिम संस्कार दिनांक 25 सितम्बर शाम को हो पाया।
कहा कि इस घटनाक्रम के बीच मीडिया एवम् स्थानीय निवासियों द्वारा प्रशासन पर बहुत ही संगीन आरोप लगाए हैं।श्ब जरूरी है कि परिवार को न्याय, अपराधियों को सख्त से सख्त सजा एवम् आक्रोशित जनता को राहत दी जाए। कहा कि राजस्व पुलिस / पटवारी द्वारा यदि समय पर सही दिशा में विवेचना की गई होती तो संभव है लड़की की हत्या होने से पूर्व अपराधी पकड़े जाते इसलिए पटवारी को अविलंब गिरफ्तार किया जाए।
यूकेडी अध्यक्ष ने कहा कि जब अंकिता का शव बरामद हुआ तब पुलिस के अतिरिक्त जिन लोगों ने लाश देखी उनका कहना है कि लाश के चेहरे के रंग में कोई परिवर्तन नहीं था जैसा सामान्यतः 4-5 दिन से पानी में रही लाश का रंग हो जाता है न ही शरीर में सूजन थी, दांत टूटे थे, व चेहरे पर गंभीर चोटों के निशान थे। इसके अतिरिक्त बैराज में जहां से लाश बरामद की गई उस जगह बहुत बड़ी बड़ी मछलियां रहती है। यदि लाश पांच दिन से वहां रहती तो लाश को मछलियों द्वारा बुरी तरह क्षत कर दिया जाता परन्तु लाश से किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं हुई थी। इससे यह शंका बलवती होती है कि कहीं अन्यत्र हत्या करने के बाद लाश को उसी दिन या रात में बैराज में डाला गया। अतः यह मामला अत्यंत पेचीदा है इसकी गंभीर जांच की जाय।
जब लड़की के पिता अपनी बेटी की तलाश करते हुए लक्ष्मण झूला थाना अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने पहुंचे तो पुलिस द्वारा उन्हें बाहर बिठा कर रखा गया जबकि अभियुक्त व उसके राज्यमंत्री पिता की थाने में आवभगत की जा रही थी। इसके अतिरिक्त उक्त रिसॉर्ट में पुलिस के बड़े बड़े अधिकारियों का भी आना जाना लगा रहता था इसलिए यह संभव नहीं कि पुलिस को रिसॉर्ट में होने वाली गतिविधियों की जानकारी न रही हो। स्थानीय निवासियों का भी कहना है कि उनके द्वारा समय समय पर उक्त रिसॉर्ट में चल रही संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी पुलिस व पटवारी को दी जाती रही थी। इसके लिए पूरे थाने को निलंबित करते हुए उनके विरुद्ध कठोर दण्डात्मक कार्यवाही की जाय।
कहा कि संज्ञान में आया है कि पुलकित आर्य जो कि एक शातिर अपराधी है, भाजपा कार्यकर्ता हैं एवं राज्य मंत्री विनोद आर्य का बेटा है, को अभी तक पुलिस ने रिमांड में नहीं लिया है। उनके साथ अन्य अभियुक्त भी भाजपा के कार्यकर्ता बताते जा रहे हैं। अतः हम मांग करते हैं कि सत्ता व सरकार के दबाव में न आते हुए पुलिस ईमानदारी से अपना कर्तव्य निर्वहन करे तथा अविलंब अभियुक्तों को रिमांड में लेकर सघन जांच कर अपराधियों को कठोर से कठोर सजा दिलाने के साक्ष्य जुटाकर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करें।
श्री ऐरी ने कहा कि 24 सितम्बर की रात को स्थानीय विधायक ने बुलडोजर चलवाकर रिसॉर्ट को ध्वस्त करने का प्रयास किया। जो कि पुलिस कार्यवाही में व्यावधान एवम् साक्ष्य मिटाने के अपराध की श्रेणी में आता है। अतः श्रीमती रेनू बिष्ट विधायक यमकेश्वर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही की जाय।