कॉल सेंटर में जबरन रोके गए तीन लोग भाग निकले, पुलिस जुटी जांच में

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ऋषिकेश। ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला के अंतर्गत कुनाऊ गांव में संचालित हो रहे एक कॉल सेंटर से दो युवक और एक युवती भाग निकले। आरोप है कि कॉल सेंटर संचालक ने इन तीनों को जबरन अपने यहां रोक रखा था। बुधवार की सुबह मौका देखकर यह तीनों भाग निकले। कॉल सेंटर संचालक भी यहां से फरार हो गए हैं।
पुलिस कॉल सेंटर से भागे युवती और युवकों से पुलिस पूछताछ कर रही है। उन्होंने बताया कि कॉल सेंटर को गौरव नाम का व्यक्ति संचालित करता था जो आवास विकास कॉलोनी ऋषिकेश में रहता है। मूल रूप से वह आगरा का रहने वाला है। उसके साथ में तीन सहयोगी वसीम, गुलाम और मुस्कान रहते थे। जब से वह यहां काम करने आए हैं तब से उन्हें यहां से बाहर नहीं जाने दिया जाता था।
बुधवार की सुबह वह मौका देखकर यहां से भाग निकले। बैराज में पहुंचते ही कॉल सेंटर संचालक गौरव नामक व्यक्ति ने एक युवक अरूप कुमार का मोबाइल गंगा में फेंक दिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सैनी ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला इंटरनेशनल कॉल सेंटर से जुड़ा है।
कुनाऊ गांव में इन्होंने आजाद अली पुत्र अलीबाग के दो कमरों का भवन किराए पर लिया था। जिसमें यह कॉल सेंटर संचालित कर रहे थे। कॉल सेंटर से भागे व्यक्तियों के नाम अरूप कुमार पुत्र चितरंजन, लिंडा और रिचर्ड सभी निवासी रामपुर असम बताये जा रहे हैं।
घटनास्थल थाना लक्ष्मण झूला पौड़ी गढ़वाल से जुड़ा होने के कारण कोतवाली ऋषिकेश पुलिस ने मामला उन्हें सौंप दिया है। ऋषिकेश के कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सैनी ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम पर किसी व्यक्ति की ओर से सूचना दी गई थी। जिसके बाद ऋषिकेश पुलिस ने इस दिशा में सतर्कता बरतते हुए आवश्यक कदम उठाया। लक्ष्मण झूला थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद गुसाईं ने बताया कि स्थानीय पुलिस अब इस मामले में अपने स्तर पर जांच में जुट गई है।

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