देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विधानसभा में बैकडोर भर्ती के मामले में सरकार पर निशाना साधा। रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने भी माना है कि भर्तियां अवैध थीं, ऐसे में अवैध काम करने वाले अब भी मंत्रिमंडल में कैसे बने हुए हैं
जनपक्ष आजकल से बातचीत में रावत ने कहा कि सरकार से लेकर विस अध्यक्ष तक ने स्पष्ट तौर पर भर्तियों को अवैध माना। ऐसे में अवैध काम करने वालों को दंडित किया जाना चाहिए। उन्होंने इशारों-इशारों में कहा कि इन भर्तियों को अंजाम देने वाला व्यक्ति बेहद खुशमिजाज है, पर मंत्रिमंडल में उनके रहने का कोई औचित्य नहीं है अन्यथा सीएम से लेकर स्पीकर तक अपने पूर्व के बयानों को संशोधित करें।
उन्होंने कहा कि अब सवाल नियुक्तियों तक सीमित नहीं है, बल्कि जांच नियुक्तिकर्ता तक जानी चाहिए। इधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि इस मुद्दे को सबसे पहले हमने उठाया था, कार्रवाई करना सरकार के हाथ में है। जहां तक पूर्व अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल का सवाल है तो वो पहले ही चुनाव हार चुके हैं।