हरिद्वार। हरिद्वार के पैथोलॉजी लैब स्वामी की मां से 70 लाख रुपए की फिरौती मांगने व फिरौती न मिलने पर लैब स्वामी की हत्या प्रकरण का हरिद्वार पुलिस ने 12 घंटे के खुलासा कर दिया है। इस घटना के मास्टरमाइंड लैब के कर्मचारी ही निकले। इस हत्याकांड में शव को कट्टे में पैक किया गया था। एसएसपी अजय सिंह ने पत्रकार वार्ता में घटनाक्रम की पूरी जानकारी दी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार द्वारा पुलिस टीम क़ो 10000 रुपए इनाम की घोषणा की है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि 13 जनवरी को शिवमंदिर चौक बहादराबाद निवासी प्रेमचन्द पुत्र कुलचन्द द्वारा थाना बहादराबाद मे आकर तहरीर देते हुए बताया कि उनका पुत्र कार्तिक कुमार की रामधाम कालोनी रानीपुर मे अनिका पैथोलोजी नामक लैब है। उनका पुत्र 12 जनवरी को सुबह अपनी पैथोलोजी में गया था लेकिन 24 घंटे से ज्यादा होने पर भी वापस नही लौटा। इस संबंध मे प्रार्थनापत्र के आधार पर थाना बहादराबाद में गुमशुदगी दर्ज करते हुए पुलिस टीम द्वारा गुमशुदा कार्तिक की तलाश के प्रयास शुरु करते ही जानकारी मिली कि कार्तिक के मोबाइल से कार्तिक की मां अंगूरी देवी को एक काल आयी। जिसमे अज्ञात कॉलर द्वारा कार्तिक की मां से कार्तिक की जान सलामती के लिए 70 लाख रुपए फिरौती देने व इस सम्बन्ध में पुलिस को न बताने की चेतावनी दी गई। इस सम्बन्ध में कार्तिक की माता के कथन अन्तर्गत धारा 161 सीआरपीसी व अन्य साक्ष्यों के आधार पर गुमशुदगी को फिरौती के लिए अपहरण में तरमीम करते हुए तत्काल धारा 364ए भादवि किया गया।
इस सनसनीखेज प्रकरण की जानकारी मिलते ही एसएसपी अजय सिहं द्वारा तत्काल एसपी क्राइम रेखा यादव, एसपी सिटी स्वतन्त्र कुमार व सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल के साथ बहादराबाद पुलिस व सीआईयू की टीम गठित कर अपराध के जल्द खुलासे के निर्देश दिए।विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही पुलिस टीम को जानकारी मिली कि कार्तिक द्वारा 13 जनवरी को कुल तीन ट्रांजेक्शन किये गये। उक्त ट्रांजेक्शन शराब के ठेके, मुरादाबादी बिरयानी सेन्टर व कृष्णा ट्रेडर्स से होने की जानकारी मिलते ही सम्बन्धित स्थानों की सीसीटीवी फुटेज टटोलने पर एक लाल जैकेट पहना हुआ स्कूटी सवार लडका मोबाइल बारकोड से पैसे ट्रांसफर करते हुये दिखा। लाल जैकेट पहने लड़के की पहचान पैथोलोजी लैब मे सेम्पल लेने का काम कर निपेन्द्र के रूप में हुई।
सख्ती से पूछताछ करने पर संदिग्ध निपेन्द्र ने लैब मे कार्यरत शहादत अली के साथ हत्या को अंजाम देने की बात स्वीकारते हुए मृतक कार्तिक का शव अभियुक्त शहादत के दादुपुर स्थित किराये के कमरे मे छिपाना स्वीकार किया गया। निपेन्द्र व शहादत को इकबालिया बयान के आधार पर गिरफ्त मे लेकर निशादेही पर किराए के कमरे के बाथरुम से शव बरामद किया गया। मौके पर पहुंची मोबाइल फोरेन्सिक टीम द्वारा साक्ष्य एकत्र किये गये।
मृतक की पैथोलोजी लैब में पिछले 8 माह से उक्त लैब मे सेम्पलिंग का कार्य कर रहे अभियुक्त शहादत अली व पिछले 03 माह से काम कर रहे अभियुक्त निपेन्द्र ने अपनी माता पिता के इकलौते पुत्र मृतक कार्तिक के माता-पिता का लगभग 70 से 80 लाख रुपये का मकान होने की जानकारी मिलने पर सारी वारदात का तानाबाना बुना। अभियुक्तों की योजना चुपके से शव को नाले में बहाकर फिरौती की रकम लेकर फरार होने का था, लेकिन उससे पहले ही हरिद्वार पुलिस ने दोनों को दबोच लिया। अपहृत कार्तिक की हत्या के बाद अभियुक्तों ने उसका एन्ड्राइड मोबाइल तोड़कर नहर मे फेंक दिया और छोटा कीपेड मोबाइल फिरोती मांगने के लिये प्रयोग मे लाया गया।
गिरफ्तार अभियुक्तों मेें शहादत अली पुत्र छोटेखान नि0 कस्बा सहसपुर थाना स्योहारा जिला बिजनौर उ0प्र0 हाल निवासी सलेमपुर रानीपुर,निपेन्द्र कुमार पुत्र राकेश कुमार निवासी मुस्तफाबाद गदनपुरा थाना हीमपुर दीपा जिला बिजनौर, हाल निवासी सलेमपुर रानीपुर शामिल थे। पुलिस टीम में एसपी क्राइम रेखा यादव,एसपी सिटी स्वतन्त्र कुमार, सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल, इंस्पेक्टर नरेंद्र बिष्ट प्रभारी निरीक्षक रानीपुर, एसओ बहादराबाद नितेश शर्मा अशोक सिरसवाल (प्रभारी चौकी बाजार, उपनिरीक्षक हेमदत्त भारद्वाज प्रभारी चौकी शातंरशाह, पंकज कुमार, पूनम प्रजापति, कांस्टेबल मुकेश नेगी रणजीत सिहं, सुशील चौहान, विकाश थापा, सुनीत लखेड़ा,चालक त्रिलोक बिष्ट, शक्ति सिंह साईबर सैल, अक्षय कुमार फारेन्सिक फील्ड यूनिट,अनिल – (फारेन्सिक फील्ड यूनिट), सीआईयू हरिद्वार टीम उपनिरीक्षक रणजीत सिंह तोमर (सीआईयू प्रभारी हरिद्वार), उपनिरीक्षक ऋतुराज रावत, एपी सुन्दर लाल, कांस्टेबल वसीम अकरम, उमेश कुमार,अजय कुमार पदम,मनोज कुमार, हरवीर सिंह, नरेन्द्र सिंह शामिल थे।