हल्द्वानी। पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं परिक्षेत्र डॉ नीलेश आनंद भरणे ने कहा है कि अब जमीन धोखाधड़ी के मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है। ऐसी शिकायतों के तत्काल समाधान के लिए काम ही रहा है। आज जनता दरबार में आईजी ने एक महिला को जमीन के लिए दिए गए पैसे वापस दिलाए। साथ ही अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए।
आईजी डॉ नीलेश आनंद भरणे द्वारा कैंप कार्यालय हल्द्वानी में कुमाऊं परिक्षेत्र के फरियादियों का जनता दरबार लगाकर जन समस्याएं सुनी। जनता दरबार में फरियादियों द्वारा पारिवारिक विवाद, निजी भूमि विवाद, आपसी विवाद, मारपीट, पेयजल, भूमि अतिक्रमण संबंधी शिकायतें दर्ज कराईं गयी। , जिस पर पुलिस महानिरीक्षक द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए सम्बन्धित अधिकारी को शिकायत निस्तारण हेतु निर्देशित किया गया ।
जनता दरबार में मुख्य शमीम बानो पत्नी स्व0 अब्दुल कादिर निवासी लाईन नम्बर -18 बुधबाजार हल्द्वानी नैनीताल ने अवगत कराया कि 08 माह पूर्व इमजियाज द्वारा जमीन दिलाने के नाम पर 02 लाख रुपये दिये थे किन्तु इमजियाज द्वारा अभी तक न तो जमीन दिलाई और न ही पीडिता के पैसे वापस किये इस पर तुरन्त कार्यवाही करते हुए विपक्षी इमजियाज को मौके पर बुलाया गया। जिसके चलते विपक्षी द्वारा पीडिता को 02 लाख रुपये देने की सहमति की गयी ।
आईजी ने बताया कि एक जनवरी 2023 से 31 मई 2023 तक सीधे रूप से प्राप्त होने वाली शिकायतों पर कार्रवाई अमल में लाई गई। जनपद नैनीताल में कुल शिकायत-54 शिकायतें दर्ज हुई। अभी तक 35 शिकायतों को निस्तारित किया गया। जनपद उधम सिंह नगर की कुल नौ शिकायतें दर्ज हुई, चार समस्याओं का निस्तारण किया गया।
जनपद अल्मोडा में कुल शिकायत एक दर्ज हुई। उसका निस्तारण कर दिया गया। डाक द्वारा जनपद ऊधमसिंहनगर कुल प्राप्त 296 शिकायत हुई। अब तक 138 निस्तारित कर दी गई। जनपद नैनीताल कुल शिकायत 185 प्राप्त हुई, 109 का निस्तारण किया गया। जनपद पिथौरागढ कुल प्राप्त-05 शिकायतों से चार निस्तारित की गई। जनपद अल्मोडा में 7 सात शिकायतों से पांच निस्तारित कर दी गई हैं। जनपद चम्पावत में एक शिकायत का निस्तारण किया गया। बताया कि व्हाट्सएप नंबर 8077713006 पर नैनीताल जिले की दर्ज 31 शिकायतों से 21 का निस्तारण किया गया। ऊधमसिंहनगर में 28 से 22 का निस्तारण, अल्मोडा में दो से दो का निस्तारण किया गया। आईजी ने कहा कि जिन प्रार्थना पत्रों का निस्तारण नहीं हुआ है उनको जांच हेतु संबंधित अधिकारियों को प्रेषित कर निर्देशित किया गया कि शिकायती प्रार्थना पत्रों की गहता से जांच कर गुण दोष के आधार पर निस्तारित किये जाये।