देहरादून। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन सीबीएसई ने देहरादून रीजनल के 10 स्कूलों की दसवीं और बारहवीं की मान्यता खत्म कर दी है. उत्तराखंड व यूपी के यह सभी स्कूल जनरल मान्यता पर चल रहे थे. इन स्कूलों में बोर्ड परीक्षाएं भी नियमित तौर पर नहीं हुई, साथ ही मान्यता के नियमों को भी पूरा नहीं किया गया.
सीबीएसई के संयुक्त सचिव एफिलिएशन की ओर से इन सभी स्कूलों की मान्यता रद्द करने के आदेश जारी किए गए हैं. इस आदेश की एक प्रति संबंधित शिक्षा विभाग के अधिकारी और सीबीएसई दून रीजनल के क्षेत्र अधिकारी डॉ रणवीर सिंह को भी दी गई है. इन स्कूलों में से कुछ स्कूल पिछले कुछ सालों से नियमित बोर्ड परीक्षाएं नहीं करवा रहे थे जो कि मान्यता की शर्तों का उल्लंघन है.
इसके अलावा कई और तरह से स्कूलों में मान्यता की नियम शर्तों का उल्लंघन हो रहा था. डॉ रणवीर सिंह ने सभी की मान्यता रद्द करने की सूचना की पुष्टि करते हुए बताया कि कुछ स्कूल तो पिछले कुछ समय से रेगुलर चल भी नहीं रहे थे जबकि कुछ स्कूलों ने खुद ही स्कूल बंद करने का पत्र सीबीएसई को लिखा था. इसी के बाद कार्रवाई करते हुए आधिकारिक तौर पर इन स्कूलों की मान्यता खत्म कर दी गई है. बता दें कि सीबीएसई बोर्ड के मान्यता प्राप्त स्कूलों को मान्यता के लिए जरूरी नियम शर्तों का पालन करना अनिवार्य है।
उत्तराखंड में जिन स्कूलों की मान्यता खत्म की गई है, उनमें बीयर शीबा रेजिडेंशियल स्कूल किच्छा, ऊधमसिंहनगर, स्प्रिंग डेल स्कूल, काठगोदाम हल्द्वानी, बाल भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल, रानीपुर हरिद्वार, न्यू हॉरिजन इंटरनेशनल स्कूल, मालसी देहरादून, गणेश दत्त सरस्वती विद्या मंदिर, उत्तरकाशी, आरएमपी स्पोर्ट्स अकेडमी नारसन हरिद्वार और श्री डीडी छिमवाल पब्लिक स्कूल, रामनगर नैनीताल शामिल हैं। दून रीजन के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. रणवीर सिंह ने इन स्कूलों की मान्यता रद्द होने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि इनमें से कुछ स्कूल काफी समय से रेगुलर नहीं चल रहे थे, जबकि कुछ स्कूलों ने खुद ही स्कूल बंद करने का पत्र सीबीएसई को लिखा था। ये स्कूल पिछले कुछ साल से बोर्ड परीक्षाएं नियमित नहीं करवा रहे थे, जो कि मान्यता की शर्तों का उल्लंघन है। इसके अलावा कई और तरह से बोर्ड परीक्षा व मान्यता के नियम-शर्तों का उल्लंघन हो रहा था।