हल्द्वानी। हल्द्वानी के बहुचर्चित अंकित हत्या काण्ड में फरार चल रही मास्टर माइंड प्रेमिका माही व मुख्य सहयोगी दीप कांडपाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एस.एस.पी. नैनीताल की पुलिस टीम ने अंकित चौहान के हत्यारों माही उर्फ डौली व अन्य साथियों को रूद्रपुर से किया गिरफ्तार । आईजी डॉ नीलेश आनंद भरणें ने आज इस मामले का खुलासा किया।
पुलिस के मुताबिक 15 जुलाई को तीनपानी गोलापास रोड़ पर एक कार के अन्दर संदिग्ध अवस्था में एक व्यक्ति के होने की सूचना प्राप्त होने पर पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर जांच प्रारंभ की गयी तो उक्त स्थान पर वाहन स0- यू0के 04 क्यू-1574 नीले रंग की पोलो कार जिसका ईंजन व ए0सी0 स्टार्ट दशा में था जिसकी पिछली सीट पर एक व्यक्ति अचेत अवस्था में पड़ा था जिसकी शिनाख्त अंकित चौहान पुत्र धर्मपाल चौहान निवासी म0न0 बी -11 रामबाग कालोनी रामपुर रोड़ हल्द्वानी के रुप में हुई ,जिसे अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित कर दिया गया उक्त हत्या के सम्बन्ध में कोतवाली हल्द्वानी 17 जुलाई को वादिनी मृतक की बहन ईशा चौहान की तहरीर के आधार पर मु0अ0सं0-369/2023 धारा -302 भादवि0 पंजीकृत किया गया था। मृतक अंकित की पोस्टमार्टम पंचायतनामा के पश्चात पुसिल कार्यवाही में बारीकी से निरीक्षण करने पर पाया गया कि उसके दोनों पैरों के पिछले हिस्से में दो बार सांप के काटने के सर्पदंश के निशान थे पोस्टमार्टम में डॉक्टर द्वारा भी सर्पदंश की पुष्टि गयी जिससे अंकित की मृत्यु का कारण संदेहास्पद प्रतीत होने पर एसएसपी पंकजभट्ट द्वारा तत्काल अधीनस्थों के साथ मीटिंग कर घटना के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा करते हुए एवं पोस्टमार्टमकर्ता चिकित्सकों से मृत्यु के कारणों के सम्बन्ध में जानकारी करने के उपरान्त घटना के समस्त पहलुओं की गहनता से जाँच करने के फलस्वरूप अंकित चौहान की हत्या सोची समझी प्लांनिग थी। इसके आधार पर 18 जुलाई को अभियोग में सम्मिलित अभियुक्त रमेश नाथ सपेरा को गिरफ्तार किया गया है शेष अभियुक्त तब से लगातार फरार चल रहे थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल पंकज के पर्यवेक्षण तथा हरंबन्स सिंह एस.पी. सिटी हल्द्वानी, भूपेन्द्र सिंह धौनी सी.ओ. सिटी हल्द्वानी के पर्यवेक्षण में अभियुक्त रमेश की गिरफ्तारी करने के पश्चात हत्या के मुख्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने हेतु पुलिस टीमों को गठन किया गया जिनके द्वारा दिल्ली, हरियाणा, नेपाल, बिहार व उत्तराखण्ड के अन्य जिलों में पुलिस टीमों को रवाना किया गया साथ ही एस0ओ0जी नैनीताल व सर्विलॉस सेल टीम को फरार आरोपियों के नम्बरों की मॉनिटरिंग करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। 17 जुलाई, 2023 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल द्वारा हत्या के 04 आरोपियों माही उर्फ डॉली, दीप काण्डपाल, राम अवतार, ऊषा देवी पर 25 हजार रूपये व नीलेश आनन्द भरणे पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं परिक्षेत्र द्वारा 50 हजार रूपये के नगद ईनाम घोषणा की गयी।
आज 23 जुलाई को पुलिस टीमों के ताबड़तोड़ दबिश व कार्याही से दबाब में आये हत्या काण्ड के मुख्य अभियुक्ता को उसके प्रेमी सहित वकील से सम्पर्क करने की कोशिश के दौरान पुलिस टीम को मिली लीड अभियुक्ता माही उर्फ डॉली व दीप काण्डपाल को पुलिस ने ए0एन0 झां इण्टर कॉलेज के समीप रूद्रपुर से गिरफ्तार किया गया तथा प्रारम्भिक पूछताछ में अभियुक्तगणो द्वारा अपने जुर्म का इकबाल किया । माही उर्फ डॉली जो प्रेमपुर लोस्ज्ञानी अपने परिवार के साथ रहती थी वर्ष 2008 में बचपन के प्रेमी द्वारा धोखे दिये जाने से आहत होकर घर छोड़कर अलग रहने लगी इस दौरान उसके हल्द्वानी के पूर्व में गलत धन्धा करने वाली महिलाओं के सम्पर्क में आ गयी जिनके साथ उसने काम करना शुरू कर दिया इस दौरान 2016 में दीप काण्डपाल निवासी मोटाहल्दू से उसकी मुलाकात हुई तब से दीप काण्डपाल उसका दोस्त बन गया और उसके घरेलू आदि कामों में मदद करने लगा इस दौराने माही और दीप काण्डपाल के शारीरिक संबंध भी बन गये तथा वर्ष 2017 में माही द्वारा अर्जुनपुर में प्लॉट खरीदकर अपना मकान बनाया गया । वर्ष 2020 में हल्द्वानी के किसी जानने वाले की मदद से उसकी मुलाकात गाड़ी खरीदने को लेकर अंकित से हुई इस बीच अंकित व माही की दोस्ती हो गयी अंकित माही के घर आने जाने लगा और वह हर शनिवार माही के घर में ही रहता था और ये दोनो आपस में पार्टी करते थे और दोनो साथ में शराब भी पीते थे ।
अंकित से दोस्ती होने के उपरान्त कुछ समय बाद अंकित माही को लेकर ज्यादा पजेसिव होने लगा और वह छोटी छोटी बात पर माही को टोकने लगा और माही के अन्य लोगो से बात करने व बाहर जाने पर रोक-टोक लगाने लगा जिस कारण माही अपने अन्य ग्राहकों के पास नहीं जा पा रही थी और उसके आय के स्त्रोत बन्द होने लगे इस बात को लेकर अंकित आये दिन माही के साथ शराब पीकर गाली-गलौच और मार पीट करने लगा दोनों के बीच कई बार झगड़े हुए एवं कई बार अंकित द्वारा उसके घर में तोड़फोड़ भी की गयी तथा अंकित की एक अन्य लड़की से दोस्ती की बात को लेकर भी माही उससे नाराज रहने लगी और अंकित के व्यवहार से उसे पता चल गया था कि वह उससे शादी नहीं करेगा वह सिर्फ उसका उपयोग कर रहा है जिस कारण धीरे-धीरे माही के अन्दर अंकित के प्रति द्वेश भवाना पनपने लगी। अंकित के व्यवहार को लेकर दीप काण्डपाल भी आपत्ति करने लगा था क्योकि दीप काण्डपाल ज्यादातर माही के घर में ही रहता था। उसके संबंध माही से स्वच्छन्द नहीं बन पा रहे थे, जिस कारण उसने भी अंकित को रास्ते से हटाने के लिए माही से कहा ।
इस दौरान माही अपने पारिवारिक समस्याओं के चलते पूजा पाठ आदि विधि विधानों विश्वास करने लगी और अपने परिचित के माध्यम से रमेश नाथ सपेरा जो सपेरे का काम भी करता था से उसकी मुलाकात हुई वर्ष 2022 में माही ने सपेरा के माध्यम से अपने घर में कालसर्प दोष की पूजा करी और सपेरा पूजा के लिए जंगल से साँप पकड़कर लाया था और पूजा का विधान पूरा कर साँप को जंगल में छोड़ दिया था फिर माही ने सपेरा रमेश नाथ से 6 महीने पहले दीक्षा ग्रहण की तब से सपेरा का उसके घर आना जाना शुरू हो गया और माही ने के सपेरा से भी शारीरिक संबंध बन गये । एक साल पहले आर्दश नर्सरी के पास रहने वाली उषा देवी को माही ने अपने घर पर काम करने के लिए रखा था जिस कारण उषा देवी व उसके पति रामअवतार का भी माही के घर आना जाना शुरू हो गया । अंकित द्वारा मारपीट किये जाने के कारण कभी कभी माही रामअवतार की झोपड़ी में चली जाती थी और वही रूकती थी और कभी कभी खाना खाने भी जाती थी। माही की दीप काण्डपाल, रमेश नाथ सपेरा, राम अवतार व उसकी पत्नी उषा देवी से गहरी घनिष्ठता हो गयी और ये लोग ही अंकित की हरकतों की वजह से उसको कई बार समझा चुके थे परन्तु अंकित का बदस्तूर आना जाना रहा ।
24 जून को माही दीपू काण्डपाल के साथ अपनी स्कूटी से अंकित के घर के पास पहुँच गयी और उसके परिजनों से उसकी शिकायत करने की बात कहने लगी इस दौरान अंकित उन दोनों को लेकर माही के घर पर आ गया जहाँ उन लोगों के बीच बाते हुई परन्तु कुछ दिन बाद अंकित फिर से माही के घर में घुसकर गाली-गलौच मारपीट करने लगाह इस बीच माही व दीप काण्डपाल ने अंकित को रास्ते से हटाने की सहमति बनायी । उस दौरान सपेरा रमेश नाथ व रामअवतार व उसकी बीबी उषा भी घर पर थी सपेरे ने उनको सुझाव दिया कि अंकित को साँप से कटवा दो जिससे कोई जिससे कोई शक नहीं करेगा । चूंकि घटना में सम्मिलित सभी अभियुक्तों का किसी न किसी प्रकार स्वार्थ सिद्ध हो रहा था जिस कारण सभी योजना में शामिल हो गये। इस पर माही ने सपेरे से साँप की व्यवस्था करने को कहा। इन सब लोगों ने अंकित को रास्ते से हटाने की बात सोच ली। छह जुलाई को रमेश नाथ को पंचायतघर के पास एक ब्यूटी पार्लर की दुकान में एक साँप घुसने की बात पता चली और उसने मौके पर जाकर कोबरा प्रजाति के साँप को पकड़ कर अपने पास रख लिया और साँप वाली बात माही लोगों को भी बता दी फिर माही और उसके साथियों ने 08 जुलाई को अंकित के बर्थडे वाले दिन उसके रास्ते से हटाने का प्लान बनाया परन्तु प्लान के तहत काम न हो पाने के कारण उस दिन वे लोग कुछ नहीं कर पाये ।
माही, दीपू काण्डपाल ने रमेश नाथ सपेरा, राम अवतार व उसकी पत्नी उषा देवी के साथ मिलकर योजना बनायी कि अंकित को घर बुलाकर साँप से कटवाने के बाद उसी की गाड़ी में डालकर कही ठिकाने लगा देगे। योजना के तहत 14 जुलाई को माही ने अंकित को कही चलकर पार्टी करने और बीयर पिलाने के लिये कहा तो अंकित राजी हो गया फिर माही ने सभी लोगों को अपने घर पर बुलाया , सपेरा भी साँप लेकर माही के घर पर आ गया योजना के तहत रमेश नाथ सपेरा, राम अवतार व उसकी पत्नी उषा देवी घर के मन्दिर वाले कमरें मे छुप गये शाम के 06.00 बजे के लगभग अंकित घर पर पहुँचा उस दौरान बारिश हो रही थी उसके पीछे पीछे दीपू काण्डपाल भी माही की स्कूटी से आ गया अंकित माही के बेड पर बैठा था माही ने उसे पानी में नीद की गोलियाँ मिलाकर पिला दी इसी बीच दीपू काण्डपाल ने अपने आप को सुखाने के लिये जो कम्बल पकड़ रखी थी उसकी आड़ में इन सब ने अंकित के ऊपर कम्बल डाल दिया और उसकी पूरी तरह से दबा दिया। जब अंकित के ऊपर नीद की गोली का असर होने लगा और वो काबू में आ गया तो माही ने सपेरा से साँप लाने के लिये कहा वह साँप लाया माही ने अंकित की जीन्स ऊपर की और साँप से कटवाया, थोड़ी देर में इन्होने जल्दी बाजी में पैर में देखा तो जिस पैर में साँप से कटवाया था उस पैर की बजाय दूसरे पैर को देखा तो वहाँ साँप के काटने का निशान नहीं दिख रहा था जिस कारण दुबारा दूसरे पैर पर साँप से कटवाया। थोड़ी देर में अंकित ठण्डा पड़ गया । जिस पर दीपू ने कहा की बॉडी को कुर्सी में बैठा दो जिससे गाड़ी में डालने में आसानी हो बॉडी अकड़ सकती है इस बीच माही ने दिल्ली जाने के लिए टैक्सी बुक कर ली और टैक्सी चालक दिल्ली निवासी को अपनी लोकेशन भेजी इसके बाद इन लोगों ने अंकित की बॉडी को उसकी गाड़ी की पीछली सीट में बैठाया और गाडी से दीपू काण्डपाल व रामअवतार निकले सपेरा माही को उसकी स्कूटी में बैठाकर राम अवतार की झोपड़ी में छोड़ने गया इसके बाद वो भी स्कूटी से अंकित की गाड़ी के पीछे पीछे भुजियाघाट की और चला वहां पहुँच कर उनका प्लान बदल गया इन्होंने अंकित की गाड़ी को तीनपानी गोला बाईपास रोड पर गाड़ी को स्टार्ट कर एसी ऑन कर छोड़कर चले गये फिर राम अवतार के घर के पास से ही टैक्सी से दिल्ली को निकल गयेह गाजियाबाद पहुँच कर ये सभी लोग वापस बरेली आये फिर माही और दीपू काण्डपाल, राम अवतार के पीलीभीत स्थित गाँव चले गये। सपेरा बहेडी अपने घर चला गया अगले दिन माही और दीपू काण्डपाल वापस दिल्ली गये और माही ने अपनी बहन के घर अपनी दोनों पालतू बिल्लियां छोड दी, माही और दीपू अपने किसी परिचित के माध्यम से कोर्ट में सरेण्डर करने के लिये वकील से मिलने आ रहे थे जिन्हे पुलिस द्वारा ने ए0एन0 झां इण्टर कॉलेज के समीप रूद्रपुर से गिरफ्तार किया गया ।
पुलिस टीम में हरेन्द्र चौधरी प्रभारी निरीक्षक कोतवाली हल्द्वानी, वरिष्ठ उपनिरीक्षक विजय मेहता कोतवाली हल्द्वानी, महेन्द्र प्रसाद कोतवाली हल्द्वानी
उपनिरीक्षक जगदीप नेगी चौकी प्रभारी मंगलपडाव, कुमकुम धानिक कोतवाली हल्द्वानी, गुलाब सिहं कम्बोज – चौकी मण्डी प्रभारी, हेड कांस्टेबल इसरार नबी सीसीटीवी कैमरा अवलोकन सैल,
घनश्याम रौतेला कोतवाली हल्द्वानी,
चन्दन नेगी – थाना मुखानी,
अरुण राठौर चौकी मण्डी, वंशीधर जोशी कोतवाली हल्द्वानी, छाया कोतवाली हल्द्वानी, एसओजी टीम के राजवीर सिंह नेगी प्रभारी एसओजी नैनीताल, हेड कांस्टेबल कुन्दन कठायत
त्रिलोक रौतेला, दिनेश नगरकोटी, अनिल गिरी (सर्विलांस सैल),भानुप्रताप
अशोक रावत शामिल थे।