जंगल में आग लगाते हुए दस लोग गिरफ्तार, भारतीय वन अधिनियम की धाराओं में मुकद्दमा दर्ज

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देहरादून। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग की टीम ने ऊखीमठ रेंज के सेंचुरी क्षेत्र में रामबाड़ा अनुभाग के कालीफाट मीठा पानी में छह लोगों को जंगल में आग लगाते हुए पकड़ा। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं गौचर में भी वनाग्नि लगाते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म भी कुबूल किया है।

केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग की गोपेश्वर और ऊखीमठ रेंज की टीम सोनप्रयाग- भीमबली क्षेत्र का भ्रमण पर निकली थी। इस दौरान कर्मियों को कालीफाट के मीठा पानी में छह लोग मिले, जिन्होंने वहां वन क्षेत्र में आग लगा रखी थी।
पूछताछ में इन लोगों ने अपना नाम मस्तान सिंह, राजेंद्र खत्री, मनोज चंद्र, देवेंद्र लाल, मान सिंह और शाहिल चंद्र निवासी डंगवाल गांव, जखोली, बताया। इस दौरान वन विभाग के कर्मियों ने आग भी बुझाई। साथ ही सभी आरोपियों को ऊखीमठ रेंज कार्यालय लाया गया, जहां उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। डीएफओ अभिमन्यु सिंह ने बताया कि अभी तक वनाग्नि के मामलों में 25 से अधिक मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं।
बदरीनाथ हाईवे और केदारनाथ वन प्रभाग के धनपुर रेंज के कमेड़ा के पास पुलिस ने चार युवकों को आग लगाने के आरोप में दबोचकर सभी को वन विभाग के सुपुर्द कर दिया।गौचर पुलिस ने रविवार रात कर्णप्रयाग कोतवाली पुलिस को सूचना दी कि सफेद रंग की कार में सवार अज्ञात लोगों ने कमेड़ा के पास सड़क किनारे घास तथा झाड़ियों में आग लगा कर्णप्रयाग की तरफ भाग गए।
कर्णप्रयाग पुलिस ने बाजार चौकी पर वाहन को रोका तो चार लोग नशे में मिले। पुलिस ने अंकित भंडारी निवासी प्रेम नगर श्रीनगर रोड पौड़ी, मनीष भंडारी निवासी ग्राम पाली जिला पौड़ी, नवीन नेगी निवासी सीएमओ ऑफिस पौड़ी और तनुज रावत निवासी सुभाष नगर, गोपेश्वर को गिरफ्तार कर वन विभाग को सौंप दिया। धनपुर रेंज गौचर के वन क्षेत्राधिकारी शिवांगी डिमरी ने बताया, आरोपियों के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम के तहत केस दर्ज कर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा।

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