बीमा और मौसम अपडेट कंपनियों की गलत सूचनाओं से किसानों को बीमा राशि नुकसान, काश्तकार परेशान

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हल्द्वानी। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री प्रदीप बिष्ट ने कहा है कि वर्ष 2020 फसल बीमा क्लेम में जो गड़बड़ी हुई है उसकी परतें खुलती जा रही है। बीमा कंपनी की गड़बड़ी हो या मौसम की जानकारी देने वाली कंपनी की हो सबका खुलासा हो रहा है। कहा कि वर्ष 2020 की मौसम की जानकारी अपडेट देने वाली कंपनी स्काईमेट व दूसरी कंपनी के डाटा में भी बहुत बड़ा अंतर आ रहा है। मौसम की जानकारी एक ही कंपनी ने 2 बीमा कंपनियों को एसबीआई जनरल इंश्योरेंस और एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी को अलग-अलग दी है, जो किसानों के गले नहीं उतर रहा है। खरीफ फसल का सीजन मार्च से शुरू होकर सितंबर तक का रहता है। जिसमें किसान अपनी खेती में बुवाई से लेकर गुड़ाई निराई वह खुदाई करते हैं इस समय मौसम में लगातार परिवर्तन होते रहता है जिसमें ओलावृष्टि अधिक बारिश होना वह कभी सूखा रहता है बीमा कंपनी को मौसम की जानकारी देने वाली कंपनी ने महीनों महीनों का डाटा एक साथ दिया है जो गलत है। बिष्ट ने बताया कि वर्ष 2020 में किसानों को बहुत बड़ा नुकसान अपनी फसल का हुआ था जिसका आकलन 80 फीसदी से भी अधिक था किसानों को आशा थी कि उनको अपनी फसल का बीमा क्लेम सही मिल जाएगा। परंतु बीमा कंपनी वह मौसम की जानकारी देने वाली कंपनी ने अपने ही डाटा में छेड़छाड़ की है, जिस कारण धारी रामगढ़ ओखल कांडा भीमताल के किसानों को अपनी प्रीमियम का पैसा तक नहीं मिल पाया। किसान कर्ज में डूबता जा रहा है। बीमा कंपनियों को किसान के प्रीमियम का 5 परसेंट केंद्र सरकार वह पांच परसेंट राज्य सरकार भी प्रीमियम देती है। किसान राज्य सरकार व केंद्र सरकार को लगा कर टोटल प्रीमियम 15 प्रतिशत का बनता है। धारी रामगढ़ ओखल कांडा भीमताल के किसान यह मांग करते हैं कि उनको भी अपनी खरीफ फसल का बीमा क्लेम बेतालघाट के किसानों के बीमा क्लेम के बराबर दिया जाए, अगर बीमा कंपनी ऐसा नहीं करती तो किसान बीमा कंपनी वह मौसम की जानकारी देने वाली कंपनी के खिलाफ जन आंदोलन किया जाएगा व कोर्ट की शरण में भी जाएंगे उन्होंने बताया कि भविष्य में मौसम की जानकारी देने वाले प्राइवेट कंपनी से जो डाटा लेते हैं बीमा कंपनी मौसम विभाग से भी जानकारी प्राप्त करें हर तहसील में मौसम विभाग को नापने के यंत्र लगे हैं एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी के अधिकारियों से वार्ता में उनके अधिकारियों ने बताया कि बीमा कंपनी सही जानकारी जुटा रही है। किसानों को जल्दी ही उनकी नुकसान का बीमा क्लेम दिया जाएगा यह आश्वासन बीमा कंपनी के अधिकारियों ने दिया है।

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