उत्तराखंड में पारंपरिक जल स्रोतों को रिचाजॅ करना जरूरी, पेयजल मंत्री चुफाल ने उत्तरकाशी के डुण्डा में 271 लाख की पंपिंग पेयजल योजना का किया लोकार्पण

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उत्तरकाशी। उत्तराखंड के पेयजल, वर्षा जल संग्रहण, निमार्ण एंव जनगणना मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने कहा है कि हमें पानी की आवश्यकता की पूर्ति के लिए जल संरक्षण को बढ़ावा देना होगा। प्राकृतिक जल स्रोतों को भी जीवित करना होगा।
श्री चुफाल आज उत्तरकाशी पहुंचे। विकास खंड डुण्डा के ग्राम वीरपुर में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्रीय रूर्बन मिशन के अंर्तगत 270.60 लाख की लागत से नवनिर्मित पम्पिंग पेयजल योजना का लोकापर्ण किया। पम्पिंग पेयजल योजना से वीरपुर डुंडा के ग्रामीणों को पानी की समस्या से निजात मिलेगी।
पेयजल मंत्री श्री चुफाल ने कहा कि पारंपारिक जल स्रोतों को रिचार्ज करने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। बरसात का पानी जो नदी, नालों में गिरता है उस पानी का संग्रह के लिए जलाशयों का निर्माण किया जा रहा है ताकि बरसात का पानी नदी नालों में न गिरकर जलाशय में एकत्रित हो सकें। जिससे हमारे पारम्परिक जल स्रोत रिचार्ज हो सकें। हर घर को पानी मिले इस हेतु सरकार तेजी के साथ धारें व नालों से पाइप लाइन के माध्यम से घर-घर तक पानी पहुंचाने का कार्य कर रही है। इस दौरान जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, एसपी मणिकांत मिश्रा, राष्ट्रीय मंत्री डॉ स्वराज विद्वान, ब्लाक प्रमुख डुंडा शैलेन्द्र कोहली, भटवाड़ी विनीता रावत, निदेशक यूसीएफ/ एनसीएचएफ विजय संतरी, जिला अध्यक्ष भाजपा रमेश चौहान,सतेंद्र सिंह राणा, लोकेंद्र विष्ट, जगमोहन रावत, विजयपाल मखलोगा, उप जिलाधिकारी आकाश जोशी, देवेंद्र नेगी, अधिशासी अभियंता बलदेव सिंह डोगरा आदि उपस्थित थे।

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