पिथौरागढ़। उत्तराखंड कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी ने कहा है कि भाजपा के नेता एम्स के नाम पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं और भ्रम की स्थिति पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल का यह बयान कि एम्स अल्मोड़ा में बनना चाहिए, पिथौरागढ जनपद के प्रति और डीडीहाट विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों के प्रति अन्याय है। उन्होंने श्री चुफाल के इस बयान की कडी निंदा करते हुए कहा कि यदि कुमाऊं में एम्स की स्थापना होनी है तो इसके लिए पिथौरागढ़ सर्वश्रेष्ठ स्थान है। सीमांत क्षेत्र होने के साथ-साथ पिथौरागढ़ में एम्स खुलने से बागेश्वर चंपावत और अल्मोड़ा की एक बड़ी आबादी के साथ ही पड़ोसी देश नेपाल की भी बड़ी आबादी को स्वास्थ्य सुविधा मिल सकती है। सीमांत क्षेत्र होने के कारण पिथौरागढ़ के दूरस्थ विकास खंडों के आम लोगों के साथी सैनिक एवं अर्धसैनिक बलों को भी एम्स का लाभ होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता एम्स के नाम पर जैसी बयान बाजी कर रहे हैं उससे स्पष्ट होता है कि भाजपा को सीमांत क्षेत्रों की कोई सुध नहीं है। श्री जोशी ने कहा कि भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और नैनीताल के सांसद श्री अजय भट्ट हल्द्वानी में एम्स बनाने की बात कह रहे हैं उन्होंने बाकायदा इस मांग पर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री स्वयं रानीबाग, हल्द्वानी में एम्स की मांग कर चुके हैं इससे स्पष्ट हो जाता है कि भाजपा पर्वतीय क्षेत्रों में अच्छे शिक्षण संस्थान और और अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रति गंभीर नहीं है और मैदानी क्षेत्रों में ही विकास की गतिविधियों का संचालन करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने पिथौरागढ की विधायक श्रीमती चंद्रा प्रकाश पंत द्वारा पिथौरागढ में एम्स बनाने की मांग का पूर्ण समर्थन करने की घोषणा का श्री जोशी ने स्वागत किया। श्री जोशी ने अजय भट्ट और बिशन सिंह चुफाल के बयानों की कड़ी निंदा करते हुए सभी राजनैतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों से अपील की है कि सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में एम्स की स्थापना करने हेतु संगठित हों। उल्लेखनीय है कि श्री चुफाल ने कुमाऊं में प्रस्तावित एम्स अल्मोड़ा में बनाने की बात कही है जबकि श्री भट्ट ने हल्द्वानी में एम्स बनाने की मांग की है जबकि पिथौरागढ में एम्स बनाने की मांग इन दिनों सोशियल मीडिया पर छाई हुई है।