हल्द्वानी। उत्तराखंड के नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा है कि भयमुक्त सरकार के अपने वायदे पर अमल करने में राज्य की भाजपा सरकार पूरी तरह नाकाम रही है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा की राज्य सरकार के कार्यकाल में आए दिन महिलाओं के प्रति अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है। महिलाओं को सुरक्षा देने में प्रदेश सरकार नाकाम रही है। रुद्रपुर में दुष्कर्म के बाद नर्स की हत्या, देहरादून में पुलिस चौकी से सटे आईएसबीटी परिसर में किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदातें सीधे पुलिस की लचर कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रही हैं।
मानवता को शर्मशार करने वाली तथा देवभूमि की अस्मित को कलंकित करने वाली घटनायें हैं।
लगातार घट रही जघन्य अपराध की इन घटनाओं से ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य में कानून का राज पूरी तरह से समाप्त हो चुका है तथा लचर कानून व्यवस्था के चलते अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि एक के बाद एक महिला अपराध की घटनाओं पर रोक लगने की बजाय दिन प्रतिदिन अपराध बढते जा रहे हैं।
हाल ही में हरिद्वार के बहादराबाद में एक नाबालिग बच्ची के के साथ न सिर्फ गैंगरेप हुआ बल्कि दुष्कर्म के बाद उस बच्ची की नृशंस और जघन्य हत्या तक कर दी गई ।देहरादून में ही 15 वर्षीय नाबालिग का मुंह बोले मामा के द्वारा दुराचार का मामला हो या पटेल नगर में 6 माह की बच्ची और उसकी मां का क्षत विक्षत शव जो कि दो-तीन दिन पुराना था वह पाया गया है । उसके बाद बनबसा में बलात्कार की घटना होती है।
देहरादून के कैंट में शादी का झांसा देकर महिला के साथ कई महीनो से दुराचार किया जा रहा था। देहरादून के ही पटेल नगर में 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची जो की शौच के लिए बाहर गई थी वह घर से थोड़ी ही दूर पर निर्वस्त्र नग्न अवस्था में पाई गई। द्वाराहाट की 19 वर्षीय दलित युवती के साथ शराब का नशा करा कर तीन युवकों द्वारा गैंग रेप किया जाना, ऐसा प्रतीत होता है कि पुलिस प्रशासन कुंभकरण की नींद में सोया है, अपराधियों और बलात्कारी के अंदर पुलिस प्रशासन का कोई डर भय या आतंक नहीं है। सरकार की जिम्मेदारी थी कि वह प्रदेश की महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करें लेकिन वो इसमें पूरी तरह विफल साबित हुई है