देहरादून। जिलाधिकारी के एक फोन ने अधिकारियों को सुबह-सुबह नींद उड़ा दी। अपर नगर आयुक्त, उप नगर आयुक्त नगर निगम के फोन पर डीएम साहब की घंटी बजी तो अधिकारी आनन फानन में दौड़ पड़े। और सुबह की चाय निरीक्षण प्वाइंट पर हुई।
शुक्रवार सुबह जिलाधिकारी सविन बंसल सुबह-सुबह अचानक औचक निरीक्षण पर निकले तो अधिकारियों में भी हलचल मच गई। डोर टू डोर कूड़ा उठान व्यवस्थाओं को देखने के लिए डीएम सविन बंसल औचक निरीक्षण पहुंचे।
पता चला कि 14 वाहन कूड़ा उठान के लिए हैं, जिनमें चार वाहन खराब और 11 समय पर नहीं निकले। उन्होंने वाहन के अनुसार पेनल्टी लगाने के निर्देश दिए। डीएम वाटरग्रेस, इकॉनवेस्ट मैनेजमेंट के गैराज पर पहुंचे। इस दौरान 32 वाहन डोर टू डोर कूड़ा उठान के लिए रवाना नहीं हुए थे। जिस पर कंपनी पर जुर्माना लगाया गया। डीएम ने कंपनी की कार्यप्रणाली पर सख्त नाराजगी जताई।
यहां वर्कशॉप में 18 वाहन निकासी स्थल पर मिले,जिन पर डीएम ने पेनल्टी लगाने के निर्देश दिए। वाहन के मूवमेंट के सत्यापन के लिए कार्मिकों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए गए। साथ ही खराब वाहनों को ठीक कराने और संबंधित कंपनियों की आरसी काटने के लिए कहा गया। उन्होंन घंटाघर से सर्वे चौक, शस्त्रधारा रोड भगत सिंह कॉलोनी, माता मंदिर रोड, कारगी चौक का निरीक्षण कर कूड़ा उठान व्यवस्थाओं का जायजा लिया।