दिल्ली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि राज्य में 24 घंटे बिजली व्यवस्था सुचारु रखने के लिए ठोस योजना बनाने पर, काम किया जा रहा है। साथ ही कांवङ यात्रा को आस्था जुङा बताते हुए इस संबंध में उत्तर प्रदेश, हरियाणा राज्यों से वार्ता करने की बात कही।
मुख्यमंत्री श्री धामी नई दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड सदन में मीडिया के साथ बातचीत कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में सस्ती और 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने पर लगातार कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांवड़ श्रद्धा और आस्था का विषय है, श्रद्धा और आस्था का विषय भगवान से जुड़ा हुआ रहता। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता है कि किसी भी कीमत पर लोगों की जान का खतरा ना हो, किसी की भी जान ना जाए, जान बहुत कीमती है और हम किसी की भी जान को खतरा नहीं होने देंगे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी की जब से केंद्र में सरकार बनी है उत्तराखंड के अंदर जो काम हुए वे स्वतंत्र भारत के इतिहास में कभी भी नहीं हुए। प्रदेश भर में सड़कों का जाल बिछा है। इन विपरीत परिस्थितियों में भी गरीबों को राशन देने की योजना चल रही है। वैक्सीन की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 4 साल के कार्यकाल में मेरे से पहले जो मुख्यमंत्री रहे हैं उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है, उन्हीं कामों को हम आगे बढ़ाएंगे जो काम पूरे नहीं हुए हैं रह गये, हम उनको पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता है कि जितने शिलान्यास हुए हैं हर किसी का हम लोकार्पण करेंगे। जो काम हमारी सरकार ने शुरू किए हैं हम हम उन कामों को पूरा करेंगे। नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में हमने पहली कैबिनेट में भर्ती निकालने के लिए प्रस्ताव लाने के साथ ही स्वरोजगार के माध्यम से भी लाखों रोजगार सृजन करने का भी काम करेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सभी को साथ लेकर हम उत्तराखंड को आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे सामने केवल चुनौती है उत्तराखंड को आगे ले जाने की। हमारा विकास का एजेंडा है, नरेंद्र मोदी के द्वारा जो उत्तराखंड के अंदर जो काम किए हैं उन्हें घर-घर तक पहुंचाना हमारा एजेंडा है। हमारी सरकार द्वारा जो योजनाएं शुरू की गयी हैं उनको पूरा करना, लोगों को रोजगार देने के साथ ही भ्रष्टाचार मुक्त शासन देना हमारा एजेंडा है। उन्होंने कहा कि सरकार केवल सरकार के रूप में नहीं साझेदार के रूप में काम करें यह हमारा एजेंडा है।