कैंची धाम दर्शन के लिए अब कल से भवाली और भीमताल से शुरू हो जाएगी शटल सेवा

ख़बर शेयर करें -

हल्द्वानी। कैंची धाम दर्शन के लिए आने वाले सभी आगंतुक पर्यटकों के सुगम आवागमन के लिए कल से शटल सेवा और पार्किंग व्यवस्था लागू हो जाएगी। वर्तमान समय में भवाली स्थित कैंची धाम में दर्शनार्थियों की भारी भीड़ के दृष्टिगत स्थानीय जनता ओर आगंतुकों को जाम से निजात दिलाने और वाहनों के सुगम आवागमन और प्रभावी यातायात व्यवस्था स्थापित करने के लिए बीते दिवस पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं परिक्षेत्र रिधिम अग्रवाल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा द्वारा भवाली क्षेत्र की यातायात व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।

स्थलीय निरीक्षण के दौरान नैनीताल पुलिस द्वारा सभी आगंतुक वाहनों की सुगम यातायात व्यवस्था हेतु तत्कालिक और दीर्घकालिक व्यवस्थाएं स्थापन किए जाने के क्रम में कैंची दर्शन के लिए आने वाले वाहनों के लिए निर्धारित पार्किंग स्थलों का चिन्हीकरण किया गया है। जिस क्रम में तात्कालिक व्यवस्थाओं के अंतर्गत कैंची धाम दर्शन के लिए आने वाले सभी पर्यटकों हेतु कल दिनांक: 26 मार्च, 2025 से शटलसेवा लागू की जा रही है।

शटल सेवा का के लिए रुट तय किया गया है। भीमताल मार्ग का उपयोग कर कैंची दर्शन के लिए आने वाले सभी पर्यटक वाहन इंडस्ट्रियल एरिया भीमताल पार्किंग स्थल में पार्क कर शटल सेवा से कैंची दर्शन के लिए जाएंगे।
ज्योलीकोट भवाली मार्ग का उपयोग कर कैंची दर्शन के लिए आने वाले सभी पर्यटक वाहन भवाली सेनेटोरियम के पास स्थित कैची बाईपास में 1.5 किमी तक पार्किंग स्थल में पार्क कर शटल सेवा से कैंची दर्शन के लिए जाएंगे।
यह शटल व्यवस्था सामान्य दिवसो में प्रातः 08.00 बजे से दोपहर 02.00 बजे तक प्रभावी रहेगी। वीकेंड अथवा त्योहारी सीजन के दौरान यह व्यवस्था प्रातः 07.00 बजे से रात्रि 08.00 बजे तक प्रभावी रहेगी। वीकेंड अथवा त्योहारी सीजन के दौरान ही भारी वाहनों का आवागमन प्रातः 08.00 बजे से रात्रि 09.00 बजे तक प्रतिबंधित रहेगा। पहाड़ को जाने वाले अन्य सभी शेष वाहन सामान्यतः मार्ग का उपयोग कर अपने गंतव्य को जायेंगे।

सभी आगंतुक पर्यटकों से अनुरोध है कि कृपया उपरोक्त यातायात व्यवस्था के अनुसार ही अपनी यात्रा प्लान करें। पुलिस और प्रशासन का सहयोग करें। नैनीताल पुलिस द्वारा कैंची धाम आने वाले सभी श्रद्धालुओं और स्थानीय जनता के सुगम आवागमन के लिए दीर्घकालिक व्यवस्थाओं को स्थापित किए जाने के भी भरसक प्रयास किए जा रहे हैं।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad