हल्द्वानी। रानीबाग-भीमताल रोड स्थित रानीबाग पुल की दीवार टूटने के बाद नई निर्माण कंपनी निशाने पर है। प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश अध्यक्ष नवीन वर्मा ने कहा कि सामरिक महत्व के इस पुल के निर्माण में जिस तरीके से देरी पर देरी की जा रही है, उससे ऐसी घटनाएं होना स्वभाविक है। पिछले वर्ष लॉकडाउन के समय से पुल निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ था और आज सवा साल से ज्यादा हो जाने के बाद भी उनके पीलरों का निर्माण नहीं हो पाया है। इतनी सुस्त गति से निर्माण कार्य के लिए दोषी कार्यदाई संस्था को दंडित किया जाना जरूरी है, साथ ही इस लेटलतीफी से जो नुकसान हो रहा है उसका खामियाजा भी निर्माण एजेंसी देना चाहिए। निर्माण एजेंसी के निर्माण काल में जो भी दुर्घटना अथवा कार्यदाई संस्था की लापरवाही से नुकसान होता है, उसकी भरपाई निर्माण एजेंसी को करना चाहिए।
व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष नवीन वर्मा ने कहा कि सड़क निर्माण में लिप्त एजेंसियों की लापरवाही से कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है और हम उसे दुर्घटना मानते हैं जबकि कार्यदाई संस्था को मृतक आश्रित को पूरा मुआवजा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि चीन में 42 किलोमीटर का पुल समुद्र में केवल डेढ़ साल में बन जाता है, वहीं हमारे देश में एक छोटे से पुल के पीलर भी नहीं बन सकते हैं, क्या इसके लिए कार्यरत विभाग के अधिकारियों को दण्डित नहीं किया जाना चाहिए था।
व्यापारी नेता श्री वर्मा ने कहा कि यह मागॅ पूरे कुमाऊं को जोङने वाला है। इसे ठीक करने के बजाए मार्ग की हालत और खराब हो रहे है। कहा कि यदि सङक की हालत नहीं सुधरी तो आंदोलन किया जाएगा।