हल्द्वानी। कात्यायनी फाउंडेशन नेगी में घूम घूम कूङेसे पन्नी और अन्य कबाङ इकट्टा करने वाले बच्चों को मजा कर उन्हें विद्यालय भेजने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है।
फाउंडेशन क्क प्रमुख आशा शुक्ला के नेतृत्व में आज हल्द्वानी नगर निगम क्षेत्र के राजपुरा में आधा दर्जन ए अधिक ऐसे बच्चों को खोज क, उनकी आउंसिलिग की। उन्हों बताया कि कूङा बीनने से उनकी जिंदगी खराब हो जाएगी। अभी उनकी उम्र पढाई करने की है। उनसे पूछा कि उन्हें कूङा और कबाब बीनने लिए को भेजता है। अधिकांश बच्चों ने अस्वीकार किया कि उन्हें माता-पिता ही इस काम के लिए विवश करते हैं। फाउंडेशन की प्रमुख आशा शुक्ला ने उनका पता लेकर उन्हें स्कूल में प्रवेश दिलाने का भरोसा दिलाया। संस्था के लोगों ने छोटे बच्चे जो कूड़ा उठाते हैं उनको बुलाया और उन सब बच्चों को समझाया कि यह काम कौन करवाता है और अगर मां-बाप करवाते हैं तो हमें बताओ हम चलते हैं। उनको बिस्किट और जूस दिए और उनको मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध कराया। संस्था प्रमुख ने कहा कि कात्यायनी फाउंडेशन इस तरह से बच्चों के लिए हर तरह की हेल्प करने को तैयार है। उनको कपड़े की भी व्यवस्था की जाएगी। उन बच्चों से कूड़ा ना उठाया जाए और उनको स्कूल भेजा जाए और उनकी पढ़ाई का एनजीओ खर्च उठा सकती है। बताया कि 12 एनजीओ वाले भी हैं जो बच्चों को पढ़ाने से लेकर सभी कुछ खर्च उठाते हैं। संस्था अब एक ऐसे बच्चों को चिन्हित करने के लिए विशेष अभियान चलाएगी।