रुद्रपुर। कोविड-19 की गति धीमी पड़ने के बाद छात्रवृत्ति घोटाले में एक बार फिर एसआईटी ने अपनी जांच को तेज कर दी है। जिसके चलते 203 शैक्षिक संस्थानों में से 39 कॉलेजों की जांच करने के बाद अब एसआईटी ने 164 कॉलेजों की भूमिका की तफ्तीश शुरू कर दी है। माना जा रहा है जांच होने के बाद एसआईटी कई संस्थानों की संलिप्तता पाये जाने पर बड़ी कार्रवाई कर सकती है। गौरतलब है वर्ष 2019 में छात्रवृत्ति घोटाले का मामला प्रकाश में आने के बाद तत्कालीन सरकार ने एसआईटी का गठन कर प्रकरण की जांच शुरू करवाई थी।
दो वर्षों की तफ्तीश के बाद हाईप्रोफाइल मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए एसआईटी ने काशीपुर के बाद अलग-अलग थानों में 60 केस दर्ज करते हुए तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी सहित तीन दर्जन से अधिक लोगों की गिरफ्तारी की थी। जांच में पता चला था छात्रवृत्ति घोटाले में ऐसे लाखों विद्यार्थियों ने छात्रवृत्ति का लाभ लिया, जो इस सुविधा के पात्र भी नहीं थे। इसी दौरान वर्ष 2020 में कोरोना की लहर आने के बाद से वर्ष 2021 तक एसआईटी की जांच धीमी पड़ गई थी। लेकिन कोविड-19 की लहर धीमी पड़ने के बाद एसआईटी ने 203 चिह्नित कॉलेजों में से 39 कॉलेजों की भूमिका की जांच पूरी करने के बाद अब 164 कॉलेजों की जांच एक साथ शुरू कर दी है।
रुद्रपुर एसपी सिटी ममता बोहरा ने बताया, छात्रवृत्ति घोटाले के संदर्भ में 164 शैक्षिक संस्थानों की एसआईटी जांच प्रारंभ कर दी गई है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी।