कांग्रेस के मंथन से क्या निकलेगा सत्ता का अमृत: तीन दिन के शिविर में हर वर्ग को छूने का किया प्रयास

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ऋषिकेश। उत्तराखंड कांग्रेस ने 2022 में सत्ता पाने कै लिए तीन दिन तक तीर्थनगरी ऋषिकेश में मंथन किया। कांग्रेस के चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष हरीश रावत व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह कहते हैं कि इस मंथन से अमृत जरूर निकलेगा और कांग्रेस की सत्ता में वापसी होगी। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव की मौजूदगी में तीन दिन तक एक साथ रहे कांग्रेस नेताओं में गुटबाजी नहीं दिखाई दी, देखना यह है कि यह एकता कब तक बनी रहती है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तीन दिवसीय विचार मंथन शिविर का लेखा-जोखा पर नजर डाले तो पार्टी पूरी तरह चुनावी रंग में रही। मंथन के शुरू होने से समाप्त होने तक प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार की कमियों पर ध्यान केंद्रित रहा। कांग्रेस का मानना है कि यदि सत्ता पानी है तो युवाओं, महिलाओं, व्यापारियों और कर्मचारियों पर फोकस करना होगा। महंगाई, बेरोजगारी, महिलाओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, न्याय योजना आदि पर कांग्रेस नेताओं ने अपनी प्राथमिकताएं गिनाईं।
मंथन के बाद प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने इशारों में कहा कि कहा कि युवाओं, महिलाओं, किसानों, व्यापारियों और मजदूरों का शोषण बहुत हो गया है। इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस की नजर इस वगॅ पर है। उसे विडंबना ही कहा जा सकता है। चार धाम में भाजपा सरकार के नए फैसलों को भी उठाया गया। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की ओर से चलाई गई ‘मेरे बुजुर्ग, मेरे तीर्थ’ जैसी योजनाओं को बंद करने को भी उठाने के संकेत दिए गए।
चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष हरीश रावत का बेरोजगारों को न्याय दिलाने पर जोर रहा। वह मौका मिलते ही भाजपा सरकार की खामियों लेकर मीडिया के सामने कोई नया मुद्दा देने से भी नहीं चूके। मंथन शिविर में उन्होंने बेरोजगारी को मुख्य मुद्दे के रूप में शामिल कराकर युवाओं का विश्वास जीतने के प्रयास किया। न्याय योजना का जिक्र किया। कहा कि विभागों में सभी रिक्त पदों को कांग्रेस की सरकार के आने के बाद भरा जाएगा। सिडकुल सहित अन्य औद्योगिक इकाइयों में 70 प्रतिशत आरक्षण व्यवस्था के लिए ठोस कानून बनाया जाएगा। किसान कानून से नाराज किसानों को भी खुश करने का प्रयास किया। उत्तराखंड में चल रहे भू कानून संबंधी आंदोलन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कृषि भूमि को बचाने के लिए उत्तराखंड में सशक्त भू कानून लागू किया जाना जरूरी है। यह काम कांग्रेस ही करेगी। कांग्रेस को आभास हुआ कि अब चुनाव जीतने के लिए मीडिया और सोशल मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए मीडिया सेल के माध्यम से पार्टी की सोच को जन-जन तक पहुंचाने पर जोर दिया गया। शिविर में उत्तराखंड में रोजगार सृजन और स्वरोजगार दोनों पर ही मंथन किया। कहा कि कोई रोजगार और स्वारोजगार से वंचित रह जाता है तो कांग्रेस न्याय योजना से उसको लाभांवित करेगी।
भारतीय जनता पार्टी के आशीर्वाद यात्रा के जवाब में कांग्रेस ने भी परिवर्तन यात्रा का खाका तैयार किया। प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का मानना है कि राज्य के ज्वलंत मुद्दों पर परिवर्तन यात्राएं जरूरी हैं। एक माह के भीतर उत्तराखंड में परिवर्तन यात्रा शुरू की जाएगी। इसके लिए कुमाऊं और गढ़वाल मंडल को चार जोन में विभाजित किया। परिवर्तन यात्रा के माध्यम से उत्तराखंडियत को बचाने के नाम पर जनता के बीच जाने और उन्हें कांग्रेस से जोडने पर जोर दिया गया। कांग्रेस बेरोजगारी, महंगाई, देवस्थानम बोर्ड, भू कानून, जिला विकास, महिला सुरक्षा, किसान दुर्दशा जैसे मुद्दों को जनता के बीच इस परिवर्तन यात्रा से ले जाने का मन बना रही है। साथ ही कांग्रेस की न्याय योजना आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने वाली एक छतरी भी बता कर इसे चुनाव के महत्तवपूर्ण हथियार माना गया।
मंथन में नारायण दत्त तिवारी और हरीश रावत के मुख्यमंत्री काल में हुए जन-हित के कामों को सूचीबद्ध कर जनता के सामने रखने पर भी जोर दिया गया। कांग्रेस ने पांच सालों में प्रदेश को बेरोजगारी मुक्त करने का संकल्प लिया है। कोरोना के चलते रोजगार खोने वालों को योजना में प्राथमिकता दी जाएगी। पूर्व सीएम नारायण तिवारी और हरीश रावत के कार्यकाल में उत्तराखंड को ऊर्जा प्रदेश के रूप में विकसित किया। इसलिए कांग्रेस के सत्ता में आने पर 100 यूनिट मुफ्त बिजली शुरू कर 200- 300 यूनिट तक बढ़ाया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह भी भाजपा को घेरने के लिए कई सुझाव देते दिखे। उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के जीरो टॉलरेंस सरकार और सौ दिन में लोकायुक्त लाने के मुद्दे को भी जनता के बीच ए जाने नर जोर दिया। प्रीतम सिंह कहते है कि अगर लोकायुक्त का गठन समय पर हो जाता तो कुंभ में इतना बड़ा टेस्टिंग घोटाला नहीं होता।
डबल इंजन की सरकार पर किसानों का कर्ज माफ करने का वादा पूरा न करने के मुद्दे को भी कांग्रेस किसानों के बीच ले जाने पर विचार कर रही है।
कांग्रेस के विचार मंथन शिविर में पर्यटन और ट्रांसपोर्ट व्यावसायियों को राहत देने के लिए टैक्स में छूट पर भी विचार कर कोरोना काल में आथिॅक नुकसान झेल चुके इस वगॅ के बीच जाने पर भी जोर दे रही है। साथ ही
गरीब और कमजोर वर्ग के लिए भूमि नियमितीकरण के लिए कानून लाने का ऐलान कर राज्य के एक बङे वगॅ तक पहुंचने का प्रयास किया है। कांग्रेस के इस मंथन में पूर्व सैनिकों का भी जिक्र किया गया। पूर्व सैनिक और अर्धसैनिक कल्याण परिषद को पुनर्जीवित करने का प्रस्ताव भी पास किया। कांग्रेस ने जहां वृद्ध पेंशन और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती से रोक हटाने के लिए प्रस्ताव पास किया, वहीं देवस्थानम बोर्ड को समाप्त करने का ऐलान कर भाजपा सरकार से नाराज चल रहे पुजारियों को खुश करने का प्रयास किया।

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