हरिद्वार। रुड़की उपकारागार में बंदी रक्षक के पद पर कार्यरत उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद निवासी युवक को फोन पर परिवार समेत जान से मारने की धमकी मिली है। आरोपित ने हाल ही में धमकी देते हुए खुद को पुलिसकर्मी बताया था। जब बंदी रक्षक गंगनहर कोतवाली पहुंचा तो पता चला कि पुलिस ने उसे फोन नहीं किया। जिसके बाद बंदी रक्षक ने पुलिस के आलाधिकारियों को मामले से अवगत कराया। बंदी रक्षक ने अपनी और परिवार की जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की है। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू की है।
पिछले कुछ समय से बंदी रक्षक मोहम्मद इमरान को मोबाइल पर धमकी मिल रही है। पहले तो उन्होंने इस तरफ ध्यान नहीं दिया। लेकिन, जब आरोपित ने फोन पर धमकी देते हुए कहा कि वह उन्हें और उनके परिवार को मुरादाबाद स्थित घर में ङ्क्षजदा जला देगा तो बंदी रक्षक डर गए। आरोपित ने धमकी भरे मैसेज और कई वाट््सएप काल अलग-अलग नंबरों से की है। सबसे पहले नौ मार्च को धमकी दी थी। इसके बाद 22 अप्रैल की सुबह जेल के नंबर पर उनके लिए फोन आया। जब उन्होंने फोन उठाया तो बंदी रक्षक के साथ गालीगलौज की गई तथा धमकी दी गई। इसके कुछ दिन बाद फिर से उन्हें धमकी दी गई।
पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया है। मोबाइल नंबर को ट्रेस कर धमकी देने वाले तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। वहीं एसपी देहात प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि इस मामले में शीघ्र ही आरोपित की गिरफ्तारी की जाएगी।