देहरादून। उत्तराखंड का एक और, लाल आज सीमा पर शहीद हो गया। पाकिस्तान सीमा पर दुश्मनों से लेते हुए उसने शहादत दी।
पौड़ी जिले के सूबेदार राम सिंह भंडारी ने जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकियों के साथ लोहा लेते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संवेदनाएं व्यक्त करते हुए टवीट किया है कि पूरे प्रदेश व देश को सूबेदार राम सिंह भंडारी की शाहदत पर गर्व है। उन्होंने शहीद भंडारी के परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं भी व्यक्त की है।
सेना के सूत्रों के मुताबिक राजौरी के थानामण्डी क्षेत्र में आतंकियों के खिलाफ सेना का रात से ही ऑपरेशन चल रहा था। सुबह तक चले ऑपरेशन में दो आतंकियों को मार गिराया गया, एक तीसरे आतंकी के संदेह में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। उसी दौरान घात लगाकर आतंकी ने बर्स्ट मार दिया जिसकी चपेट में सूबेदार राम सिंह आ गए और बुरी तरह जख्मी हो गए। चिकित्सकों की टीम ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन शरीर से अत्यधिक रक्त स्राव के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका।
सूबेदार राम सिंह मूल रूप से पौड़ी जिले के सलाना गांव के रहने वाले थे। सूबेदार राम सिंह 16 वीं गढ़वाल राइफल भर्ती हुए थे। पौने 2 साल से वह राष्ट्रीय राइफल के साथ कार्यरत थे। उन्हें फरवरी 2022 में रिटायर होना था। लेकिन इससे छह महीने पहले ही नियति के क्रूर हाथों ने उनके परिवार के सिसर से उनका हाथ उठा दिया।