भीमताल। नैनीताल के मुख्य विकास अधिकारी डा संदीप तिवारी आज भीमताल में हल्द्वानी बाईपास में सङक किनारे 25 लाख रुपए की लागत से लाई जा रही लाईल्स की गुणवत्ता पर खासे नाराज हुए। उन्होंने तकनीकी टीम से इसकी जांच कराई है। साथ निर्माण इकाई लोक निर्माण विभाग भवाली के अफसरों को कल दस्तावेज के साथ तलब किया है।
खनन न्यास फाउण्डेशन शिल्प इम्प्रेरियम विकास भवन के सम्मुख हल्द्वानी बाईपास मार्ग में सिडकुल क्षेत्रान्तर्गत 0.255 किलोमीटर में कंक्रीट एपेवर्स/इण्टरलांकिग टाईल्स कार्य के लिए 25 लाख रुपए की स्वीकृति लोक निर्माण विभाग अस्थाई खण्ड भवाली को उपलब्ध कराई गई थी। जिसमें लोक निर्माण विभाग अस्थाई खण्ड भवाली द्वारा विगत तीन सप्ताह पूर्व कार्य प्रारम्भ किया गया। यह मार्ग हल्द्वानी-भीमताल मुख्य मार्ग के बाईपास से जुड़ा है। इस मार्ग में जन शिकायतों एंव प्रथम दृष्टयता मार्ग निर्माण की गति की धीमी एंव कार्य गुणवत्ता संतोषजनक न होने का संज्ञान लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी डॉ. संदीप तिवारी द्वारा समय-समय पर कार्य में गति लाये जाने एंव गुणवत्ता सुधार के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागीय अभियंताओं को मौके पर निर्देश दिये गये किन्तु विगत लम्बे समय से विभागीय अधिकारियों द्वारा निर्देशों का अनुपालन न किये जाने पर निर्माण कार्य स्थलीय जांच हेतु तीन सदस्यीय अधिकारियों की जांच समिति गठित की गई।
जांच समिति में जिला अर्थ एंव संख्याधिकारी एलएम जोशी, अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण इआरएस धर्मसक्तू एंव अधिशासी अभियंता लघु सिचांई विभाग नैनीताल जीडी सिंह द्वारा शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग के ठेकेदार, अपर सहायक अभियंता की उपस्थिति में स्थलीय जांच की गई। कार्य स्थल पर कार्य की गुणवत्ता, प्रयुक्त सामाग्री, मार्ग कर एलाइमेण्ट, आदि का सत्यापन जांच समिति द्वारा किया गया। मोटर मार्ग में दोनों ओर मानक से अधिक ऊॅचाई एंव रोड साईड में फीलिंग न किये जाने पर सम्भावित दुर्घटनाओं तथा प्रयुक्त इण्टरलाकिंग टाईल्स साईज में भिन्नता तथा निर्माण कार्य की गुणवत्ता संतोषजनक न पाये जाने पर उसे जांच समिति द्वारा तत्काल प्रभाव से इण्टरलाकिंग टाईल्स सील कर जॉच प्रयोगशाला भेजने की संस्तुति की गई है। जांच समिति द्वारा शुक्रवार को स्थल पर प्रारम्भिक जांच के दौरान पाई गई अनियतताओं के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को अभिलेखों के साथ 28 अगस्त (शनिवार) को उपस्थिति होने के निर्देश दिये गये है जिसके आधार पर विस्तृत जांच रिपोर्ट जांच समिति द्वारा तैयार कर पृथक से प्रस्तुत की जाएगी।