*सहायक लेखाकार की परीक्षा में पैटर्न से बाहर के क्वेश्चन: परीक्षार्थियों की रद्द करने की मांग, किया प्रदर्शन*

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हल्द्वानी। सहायक लेखाकार परीक्षा के अभ्यर्थियों ने कहा है कि हाल ही में हुई परीक्षा का पैटर्न एकदम नया है। बाजार में इसकी पुस्तक तक नहीं है। इसलिए इस परीक्षा को रद्द किया जाए इस मार्ग को लेकर आज प्रदर्शन भी किया।
आज बृहस्पतिवार को तिकोनिया स्थित श्री राय बहादुर पार्क में सहायक लेखाकार के अभ्यर्थियों ने आयोग सचिव के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी की । उन्होंने परीक्षा रद्द करने की मांग जोरदार ढंग से उठाई। अभ्यर्थी विकास यादव ने बताया कि 12 से 14 सितंबर तक हुई सहायक लेखाकार की परीक्षा का पैटर्न पूरी तरह नया था, जिसकी किताबें तक बाजार में उपलब्ध नहीं है। जिसके चलते सालों से तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों का मनोबल टूटा है। परीक्षा का कोरोना काल के दौरान फरवरी में 80 फीसद सिलेबस बढ़ाया गया, इसी के बाद सितंबर में परीक्षा पैटर्न भी सीए जैसी परीक्षाओं से भी अधिक स्तर का दिया गया, जिसका अभ्यर्थी अनुमान तक नहीं लगा सकते हैं।
वहीं परीक्षा में हिंदी माध्यम में तमाम वाक्यों में गलतियां थी जिससे हिंदी के छात्र विश्लेषणात्मक प्रश्नों को समझ तक नहीं पाए। अभ्यर्थियों का कहना था कि आयोग ने हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। छह महीने इस परीक्षा की तैयारी में देने के बाद अब किसी अन्य परीक्षा की तैयारी का भी समय नहीं बचा है। इस परीक्षा में आयोग अभ्यर्थियों के साथ साजिस जैसी नीति अपनाएगा इसका अनुमान नहीं था। अभ्यर्थियों ने एकमुश्त होकर परीक्षा रद्द करके पुराने पैटर्न पर ऑफलाइन कराने की मांग की। इस दौरान मुख्यमंत्री के लिए ज्ञापन भी भेजा गया। विरोध में छात्र नेता विशाल भोजक, समाजसेवी शैलेन्द्र दनु ने भी सहयोग किया। इस दौरान विरोध प्रदर्शन में उदित कुशवाह, भूपेंद्र बिष्ट, रोहित दानी, हिमांशु पाठक, आकांशा जोशी, दिलीप, सूरज मिश्र, कमल सिंह, ललित, त्रिभुवन बगड़वाल, देवेंद्र, उमेश, विनोद, विमल, दलीप सिंह आदि थे।

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