हल्द्वानी। उत्तराखंड के शहरी विकास और आवास मंत्री बंशीधर भगत के आश्वासन के बाद आज लंबे समय से आंदोलित ठेकेदारों ने अनशन समाप्त कर दिया है। विधायक प्रतिनिधि विकास भगत ने लोक निर्माण विभाग परिसर स्थित अनशन स्थल पर पहुंच कर जूस पिलाकर अनशन तुङवाया। उन्होने कहा कि मांगों पर सरकार गंभीरता से विचार करेगी।
यहा के ठेकेदार काॅन्टेक्टर वेलफेयर सोसाइटी के तत्वावधान में लंबे समय से आंदोलित है। उनका कहना है कि ठेकेदारों को निमार्ण कायोॅ के लिए रायल्टी तो मिलती है, मगर इसमें मनमानी है। इसके चलते ठेकेदारों को लाभ नहीं मिलता। विभाग रायल्टी के नाम की मांगते हैं, मगर खनन का काम देख रहे शन निगम और कुमांऊ मंडल विकास निगम गाड़ी मालिक को ही रायल्टी देते हैं। इससे ठेकेदारों को आथिॅक नुकसान हो रहा है। इसके अलावा कोरोना काल में निर्माण कार्य बंद थे। अब विभाग समय बढ़ाने को तैयार नहीं हैं। इसके अलावा जिला योजना कः तहत 300 करोङ से अधिक का भुगतान अटका पङा है। इसका शीघ्र ही भुगतान किया जाए।
इन मांगों को लेकर वेलफेयर सोसाइटी के पदाधिकारी कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत से वार्ता की। श्री भगत ने विश्वास दिलाया कि शीघ्र ही इस संबंध में एक प्रतिनिधिमंडल की सात अक्टूबर को मुख्यमंत्री से मुलाकात कराई जाएगी। इसी क्रम में आज हल्द्वानी में विधायक प्रतिनिधि विकास भगत ने लोक निर्माण विभाग के अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे कॉन्टैक्टर वेलफेयर सोसाइटी के राजकीय ठेकेदारों के धरने में जा कर उनसे वार्ता की। शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत से करवा कर उनकी समस्याओं का संज्ञान लिया। मंत्री भगत ने विश्वास दिलाया की उनकी मांगों को सरकार के समक्ष रख,वार्ता करवा कर हर संभव समाधान किया जाएगा। इस आश्वासन पर राजकीय ठेकेदारों ने अपने धरने को समाप्त किया। ठेकेदारों से विभिन्न सड़को की टेंडर प्रक्रिया में सहयोग करने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर कॉन्टैक्टर वेलफेयर सोसाइटी के अध्य्क्ष राजेंद्र नेगी, ख॔ङीय अध्यक्ष योगेश तिवारी,हरीश आर्य,लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अशोक चौधरी ,प्रधान मनीष आर्य समेत कई ठेकेदार उपस्थित थे। महासंघ अध्यक्ष राजेंद्र नेगी ने कहा कि यदि सात अक्टूबर तक मांग पूरी न हुई तो फिर आंदोलन शुरू किया जाएगा।






