ह्ल्द्वानी। मेयर गजराज सिंह बिष्ट के बयान ‘कंग्रेस ने दमुवाढूंगा के लिए कु्छ नहीं किया पर विघायक सुमित हृदयेश ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि मेयर शायद दमुवादूरगा क्षेत्र और वहां के लोगों से अच्छी वाकिफ नहीं हैं। इसलिए उन्हें इतिहास बारे में कोई जानकारी नहीं है। वर्ष 2002 में जब प्रथम चुनाव हुआ, तब उनकी माताजी स्व. इंदिरा हदयेश ने दमुवाढूंगा गांव को गोद लेने की घोषणा की थी। इस क्षेत्र में पानी की काफी किल्लत होती थ़ी। पनचक्की चौराहे पर पानी के लिए लड़ाई तक जाती थी। क्हां उनकी माताजी ने अनेक ट्यूबवेल स्थापित किए और सड़कों का जाल बिछाया।वर्ष 2016 में दोबारा कांग्रेस की सरकार आने पर दमुवाढूगा वन भूमि से बाहर हुआ। इसका शासनादेश तक निकल गया, लेकिन इतने लंबे समय से जब भाजपा की सरकार रही तो दमुवाढूंगा को उपेक्षित रखा गया। उन्होंने मेयर से सवाल किया कि उनकी सरकार ने लोगों को
क्या दिया है। हमने काम किए वो अद्भूत हैं। दमुवादूगा क्षेत्र के लोग इस बात को अच्छे से जानते व समझते हैँ। उन्होंने क्हा कि अपने अथक प्रयास उन्होंने दमुवाढूंगा क्षेत्र के लिए दो करोड़ से अधिक की सड़कें स्वीकृत कराई हैं। विघायक ने मेयर वीडियो के माध्यम से संदेश दिया है कि हकीकत को जानकार उसी के आधार पर बयान दें।






