हल्द्वानी। पहाड़ी आर्मी संगठन ने पिछले दिनों प्रदेश में आए जल प्रलय से हुए आर्थिक हानि ,जनहानि, पशु हानि,कृषि हानि को लेकर सिटी मजिस्ट्रेट हल्द्वानी के मार्फत प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।ज्ञापन में कहा कि
इस दैवीय आपदा से प्रदेश में पहाड़ी क्षेत्र का जनजीवन पूर्णत:अस्त व्यस्त हो गया है इस आपदा में जनहानि होने के साथ प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में पेयजल लाइन पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गई है राष्ट्रीय राजमार्गो के अलावा विशेष कर ग्रामीण क्षेत्रों के आंतरिक संपर्क सड़के, सीसी मार्ग और खंडजो का अस्तित्व खत्म हो गया है पहाड़ के किसानों की कृषि भूमि भू-संकलन से बह गयी है ।पहाड़ के सैकड़ो गांव में आज भी बिजली की सप्लाई नहीं हो पाई है इन सभी कारण से पहाड़ के लोगों को दैनिक दिनचर्या की आवश्यकता के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। पर्यटन से जुड़ी हुई गतिविधियां बिल्कुल शून्य हो चुकी है जिसके चलते कारोबारियों को भारी नुकसान हुआ है।
पहाड़ी आर्मी संगठन सरकार से मांग करता है अतिरिक्त प्रशासनिक अमला लगाकर त्वरित कार्रवाई को युद्ध स्तर से बढ़ाई जाए जिससे प्रदेश के नागरिकों का जनजीवन सामान्य हो सके ।
पहाड़ी आर्मी के संयोजक हरीश रावत ने कहा आपदा मृतकों के परिजनों को 10 लाख व किसानों को 50 हजार प्रति एकड़ के हिसाब से फसल नुकसान का मुआवजा दिया जाए और पालतू जानवरों की भी हादसे में मौत हुई है, उन्हें भी आकलन कर मुआवजा दिया जाए और इस आपदा में जो मकान क्षति ग्रस्त हुए है उनको 5 लाख का मुवावजा दिया जाय।
इस दौरान पहाड़ी आर्मी के दीप चंद्र पड़लिया,संजय कुमार,नीरज पोखरिया,लक्की गुप्ता,मनोज उप्रेती,हेमंत शाहू,विक्की आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।