पिथौरागढ़। कनालीछीना क्षेत्र के सुरौली क्षेत्र में आतंक का पर्याय बना आदमखोर गुलदार मुरादाबाद से आए शिकारी की गोली से ढेर हो गया है। गुलदार ने एक पखवाडे में दो महिलाओं को अपना निवाला बनाया था। आदमखोर का अंत होने पर क्षेत्र की जनता ने राहत की सांस ली है।
विगत 18 फरवरी को विकासखंड कनालीछीना के कापड़ी गांव में गुलदार के हमले की पहली घटना हुई। कापड़ी गांव में गुलदार ने कलावती देवी को अपना शिकार बनाया था। जिसके बाद वन विभाग ने क्षेत्र में गुलदार को नरभक्षी घोषित कर शिकारी तैनात करने का निर्णय लिया। स्वीकृति मिलने पर 21 फरवरी को मुरादाबाद से पहुंचे शिकारी राजीव सुलोमन व उनके सहायक को क्षेत्र में तैनात किया गया। शिकारी वन विभाग की टीम के साथ नरभक्षी का पता लगाने में जुटे थे। इस बीच बीते रोज 28 फरवरी को गुलदार ने कापड़ी गांव से लगे सुरौली की तुलसी देवी को भी अपना शिकार बना डाला।
घटना से क्षेत्र में दहशत फैल गई। बीते रात्रि नरभक्षी सुरौली गांव में दोबारा शिकार की फिराक में आया था। इस दौरान घटना स्थल से कुछ दूरी पर नरभक्षी शिकारी सुलोमन की गोली का शिकार बन गया। इसी के साथ ही क्षेत्र में नरभक्षी का आतंक भी समाप्त हो गया है। बताया गया है कि मारा गया गुलदार नर है। और उसके हाथ और पैर में चोट के निशान थे। जिस कारण वह नरभक्षी हो गया था। जिसके आधार पर ही उसके नरभक्षी होने की पुष्टि हुई।






