*पर्यटकों के आर्थिक व मानसिक शोषण रोकने के लिए भी पुलिस को रहना होगा तैयार, डीआईजी के निर्देशन में प्रशिक्षण शुरू*

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नैनीताल। पुलिस उपमहानिरीक्षक, कुमायूँ परिक्षेत्र डॉ नीलेश आनन्द भरणे ने स्पष्ट किया है कि पहाङों में आने वाले पर्यटकों को अच्छी सुविधाओं के साथ ही सुरक्षा देना पुकार काम है। इसलिए जरूरी है कि पर्यटकों का आथिॅक व मानसिक शोषण न हो। इसके लिए कुमाऊं की पुलिस कोको तैयार, रहना होगा। इसी के तहत डीआईजी के निर्देशन में पुलिस लाईन नैनीताल में पर्यटक सीजन के दृष्टिगत दो दिवसीय पर्यटक पुलिस प्रशिक्षण आरम्भ किया गया है। कुमाऊँ मण्डल में कई दर्शनीय पर्यटन स्थल होने के कारण बडी संख्या में पर्यटकों का आगमन होता है। ऐसे में प्रायः पर्यटकों/अतिथियों के साथ दुर्व्यवहार, आपराधिक वारदात, टैक्सी /होटल व्यवसाइयों द्वारा ओवर रेट चार्ज करना एवं टैक्सी चालकों द्वारा पथ भ्रमित करना आदि घटनाएं प्रकाश में आती हैं, जिसके दृष्टिगत पर्यटकों/अतिथियों की सुविधा हेतु मिशन अतिथि चलाया जायेगा। जिसमें प्रशिक्षण प्राप्त पुलिस अधिकारी/कर्मचारीगणों द्वारा कुमाऊं में आने वाले पर्यकटों को हर संभव सहायता व जानकारी उपलब्ध करायी जायेगी। उक्त प्रशिक्षण कुमाऊं मण्डल विकास निगम के प्रशिक्षकों के द्वारा प्रदान किया जा रहा है, जो पुलिस लाईन नैनीताल मे कराया जा रहा है। जिसमें प्रशिक्षकों द्वारा पुलिसकर्मियों को पर्यटकों के साथ शालीनतापूर्ण व्यवहार किये जाने, होटल/रैस्टोरैंट स्वामियों से समन्व्य स्थापित कर पर्यटकों हेतु अपने होटल के बाहर निश्चित व उचित रेट लिस्ट, पर्यटक स्थलों के रुट मैप आदि विषय पर प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।

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