पिथौरागढ़। अंशदाई पेंशन योजना के खिलाफ नव वर्ष के पहले दिन जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने आवास पर ही धरना प्रदर्शन किया। श्री मर्तोलिया ने चार घंटे उपवास पर बैठ कर स्थाई पेंशन योजना के लिए कानून लाने की मांग की। कहा कि वर्ष 2022 को वह इस संघर्ष के लिए समर्पित कर रहे है।
अंशदाई पेंशन योजना के खिलाफ संपूर्ण देश में कर्मचारी संगठन आंदोलित है। उत्तराखंड में भी इस मांग को लेकर लगातार कर्मचारी संगठनों के संघर्ष हो रहे है। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया लंबे समय से इस मांग को विभिन्न मंचों से उठा रहे है।
आज नव वर्ष के प्रथम दिवस मर्तोलिया ने अपने आवास पर कोविड-19 के कारण 4 घंटे धरना देकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उनका उपवास भी जारी रहा ।
मर्तोलिया ने कहा कि आने वाले चुनाव में इस सवाल को हर मंच से उठाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य तथा केंद्र सरकार को स्थाई पेंशन योजना के लिए अध्यादेश लाकर अपनी मंशा स्पष्ट करनी चाहिए। अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो यह माना जाएगा कि वह स्थाई पेंशन योजना के पक्ष में नहीं है ।
जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया ने कहा कि जो राजनीतिक दल सरकार बनाने का सपना देख रहे है, उन्हें स्थाई पेंशन योजना लागू करने के लिए एक समयबद्ध घोषणा को अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करके जनता के बीच में आना चाहिए।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया का कहना है कि आज कर्मचारी समाज के सम्मुख अंशदाई पेंशन योजना एक अभिशाप बनकर सामने आई है। आने वाले समय में इस देश के नौजवान जो सरकारी कार्मिक बनकर अपना भविष्य सुरक्षित करना चाहते है। उनको भी इस समस्या से गुजरना पड़ेगा। मर्तोलिया का फोकस है कि समाज को अपने आने वाली पीढ़ियों के सामाजिक तथा आर्थिक सुरक्षा के लिए स्थाई पेंशन योजना के समर्थन में खुलकर आगे आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 में वे इस मांग पर विशेष फोकस करते हुए हर मंच से इस मांग को जोरदार ढंग से उठाएंगे। इसके लिए चतुर्थ श्रेणी से लेकर आईएएस अधिकारियों तथा पेरामिल्ट्री तक को लामबंद किया जायेगा।
मर्तोलिया ने कहा कि वे सामाजिक वातावरण तैयार करने के लिए विभिन्न क्रियाकलापों को आयोजित करेंगे।