भवाली सेनिटोरियम और रैमजे अस्पताल को विकसित करने को बनेगी कार्ययोजना: अमित नेगी

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नैनीताल। उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने कहा है कि भवाली सेनिटोरियम और रैमजे अस्पताल नैनीताल को विकसित किए जाने की जरूरत है। इनके लिए कार्ययोजना बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है।
श्री नेगी ने आज बीडी पाण्डे महिला एवं पुरूष चिकित्सालय का निरीक्षण किया। साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान श्री नेगी ने बीमार व्यक्तियों से बात कर उनका हाल-चाल जाना तथा उनके तीमारदारों से बात कर चिकित्सालय की स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ ही भोजन, साफ-सफाई आदि के बारे में जानकारी ली। उन्होंने चिकित्सालय की स्वास्थ्य सेवाओं तथा साफ-सफाई पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि चिकित्सालय की स्वास्थ्य सेवाएं लगातार उन्नति करती रहें, जिससे कि स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने रैमजे हाॅस्पीटल तथा भवाली सेनिटोरियम के और अधिक बेहतर उपयोग के लिय कार्य योजना बनाने के निर्देश चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने डाॅक्टरों के लिए आवासीय भवन निर्माण सम्बन्धित महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल को दिये। उन्होंने सृजित पद के सापेक्ष ड्राईवर की व्यवस्था आउट सोर्स से करने, आवश्यकतानुसार नई 108 एम्बुलेंस को चिकित्सालय में ही रखने के निर्देश भी चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को दिये। इसके पश्चात श्री नेगी ने रैमजे चिकित्सालय पहुॅचकर स्त्री एवं प्रसूति रोग रूम, लेबर रूम, मैटर्न रूम, औषधि वितरण कक्ष, आॅपरेशन थिएटर, प्राइवेट वार्ड आदि का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया तथा महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये। इसके साथ ही श्री नेगी ने भवाली सेनिटोरियम का भी निरीक्षण किया।
श्री नेगी ने प्रेस वार्ता में बताया कि राज्य में शीघ्र ही चिकित्सकों व चिकित्सा कर्मियों की कमी को काफी हद तक दूर कर लिया जाएगा। चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए 763 पदों का अधियाचन स्वास्थ्य चयन आयोग को भेजा गया है। इसमें से मार्च के अंत तक करीब 400-500 चिकित्सक मिल जाएंगे। जिन्हें राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में नियुक्ति दी जाएगी। इसके अलावा नर्सों के करीब 1200 पदों को अगले दो से तीन माह में भर लिया जाएगा। इसके अलावा विशेषज्ञों की कमी को दूर करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। स्नातकोत्तर कर रहे करीब 250-300 नए चिकित्सकों के आने से भी राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति और बेहतर हो जाएगी।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल, मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिंह भण्डारी, उप जिलाधिकारी प्रतीक जैन, निदेशक स्वास्थ्य डाॅ.शैलजा भट्ट, सीएमओ डा. भागीरथी जोशी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ.टीके टम्टा, जिला चिकित्सालय के पीएमएस डा. केएस धामी आदि मौजूद थे।

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