*प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने काठगोदाम पुल निर्माण लोनिवि के बजाए बीआरओ से कराने की उठाई मांग*

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हल्द्वानी। कुमाऊं को जोडने वाले कुमाऊं के काठगोदाम में निर्माणाधीन कलसिया पुल निर्माण को गति को लेकर सवाल खङे होने लगे है। होली और होली के बाद घंटों लगे जाम पर सवाल उठाते हुए प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने इस पुल का निर्माण सीमा सङक संगठन ( बीआरओ) से कराने की मांग उठाई है।
उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष नवीन वर्मा ने इस पुल को कुमाऊं के साथ- चारधाम तात्रा के लिए महत्वपूर्ण बताया है। कहा कि हर साल हजारों लोग रानीखेत होकर केदारनाथ बद्रीनाथ व चारधाम कः दर्शन करते हैं। श्री वर्मा कहते है कि कलसिया पुल, काठगोदाम का निर्माण “लोक निर्माण विभाग” से न करा कर आवश्यकीय सेवा मानते हुए “बीआरओ” से कराया जाए। क्योंकि लोक निर्माण विभाग अथवा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण पुलों का निर्माण बहुत ही शिथिलता पूर्वक करते हैं। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण रानीबाग का निर्माणाधीन पुल है। 50 मीटर की पुल को बनाने में लोक निर्माण विभाग ने विश्व रिकॉर्ड कायम करते हुए 3 साल का समय लगा दिया है।अभी भी शायद कई साल और लगेंगे। पूरे कुमाऊं और गढ़वाल के पर्वतीय क्षेत्रों को जोड़ने वाला कलसिया पुल इस गति से बनता रहा तो पर्यटन सीजन में कई किलोमीटर का जाम हर समय लगा रहेगा। इससे पर्यटन व्यवसाय से जुड़े हमारे सभी प्रकार की व्यवसायी प्रभावित होंगे। होटल एसोसिएशन के द्वारा पुल निर्माण में हो रही शिथिलता पर अपना विरोध व्यक्त कर दिया गया है।
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल की नैनीताल,भवाली , भीमताल इकाइयों की मांग है कि पुल निर्माण का काम लोक निर्माण विभाग को कतई ना दिया जाय। इनकी कार्यशैली का हम विरोध व्यक्त करते हुए मांग करते हैं की इस पुल के निर्माण को अति आवश्यकीय सेवाओं की श्रेणी में रखते हुए इसे बीआरओ (सेना) से बनवाया जाए।

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