*इधर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष की घोषणा, उधर विधायक प्रीतम सिंह की मुख्‍यमंत्री से मुलाकात, लोग तलाशने लगे मतलब*

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देहरादून। कल देर शाम उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष उप नेता प्रतिपक्ष की घोषणा के बाद कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात चर्चा में है। कांग्रेस ने भले ही इसे सामान्य मुलाकात बताया है, परन्तु टाइमिंग को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।
कल देर शाम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कांग्रेस के कद्दावर नेता और चकराता से विधायक प्रीतम सिंह के बीच हुई। मुलाकात से ठीक पहले कांग्रेस आला कमान ने प्रदेश अध्यक्ष, नेता और उपनेता प्रति पक्ष के नामों का एलान किया था। सीएम धामी और प्रीतम सिंह की मुलाकात के कई मायने तलाशे जा रहे हैं। राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन में रहने वाले लोग कभी अपनों से तो कभी विरोधियों से मिलते ही रहते हैं। लेकिन कुछ मुलाकातों की टाइमिंग ऐसी होती है जिससे फिजा में तरह-तरह सवाल तैरने लगते हैं और उनके मायने तलाश किए जाने लगते हैं।
कांग्रेस आला कमान एक माह से फैसला लेने में टालमटोल कर रहा था,  वह सामने आते ही सच साबित हुई। प्रीतम सिंह का खेमा यशपाल आर्य, भुवन कापड़ी, करण माहरा को तवज्जो देने से ही भड़क उठा। कई लोगों के इस्तीफों ने प्रीतम खेेमे की नाराजगी पर मुहर भी लगा दी।
इसके ठीक बाद अप्रत्याशित रूप से प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से मुलाकात करके कई तरह की चर्चाओं को जन्म दे दिया। हालांकि इस मुलाकात के बारे में प्रीतम और मुख्यमंत्री दोनों के करीबी लोगों का कहना है कि चर्चा राज्य के विकास और बेहतरी को लेकर हुई। लेकिन मुलाकात जिस हालात में हुई उसको लेकर सियासी पंडितों का मानना है कि पार्टी में अपनी रुसवाई से क्षुब्ध प्रीतम अपने और अपनों के लिए सियासी विकल्प तलाश रहे हैं।

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