जयपुर। राजस्थान में कोटा स्थित राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरए गुप्ता को राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरए गुप्ता ने गुरुवार को जयपुर स्थित सरकारी विश्राम गृह में यह रिश्वत की रकम ली। उन्होंने जैसे ही रिश्वत की रकम ली, एसीबी की टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। उनके पास से 21 लाख रुपये नकद बरामद हुए हैं। आरए गुप्ता चार दिन से जयपुर में ही थे। आरए गुप्ता के आवास और कार्यालय की तलाशी ली जा रही है। एक निजी इंजीनियरिंग कालेज में छात्रों की सीट बढ़ाने की अनुमति देने के बदले परिवादी से पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।
एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई। सोनी ने बताया कि परिवादी ने शिकायत दी थी कि गुप्ता ने उसके निजी इंजीनियरिंग कालेज में सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए 10 लाख रुपये की मांग की थी, लेकिन बाद में वह पांच लाख रुपये लेने के लिए तैयार हो गया। शिकायत का सत्यापन करवाया गया तो सही पाई गई। तय योजना के अनुसार, परिवादी गुरुवार दोपहर में पांच लाख रुपये देने के लिए पहुंचा तो पहले से मौजूद एसीबी की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। परिवादी ने शिकायत में कहा था कि गुप्ता सभी इंजीनियरिंग कालेज के संचालकों से प्रत्येक कार्य के लिए पैसों की मांग करता है। पैसे नहीं देने पर वह परेशान करता है।
गौरतललब है कि अप्रैल, 2022 में पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुआ राजस्थान बायोफ्यूल प्राधिकरण का मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेन्द्र सिंह राठौड़ करीब 100 करोड़ की संपत्ति का मालिक है। एसीबी ने राठौड़ के आवास सहित अन्य ठिकानों पर सर्च की कार्रवाई की थी। एसीबी की टीम को उसके जयपुर के झोटवाड़ा स्थित घर पर चार करोड़ की नकदी व जेवरात मिले हैं। नकदी गिनने के लिए देर मशीन मंगवाई गई थी। जांच में सामने आया कि वह करीब 100 करोड़ की संपत्ति का मालिक है। सरकारें बदल गई, लेकिन वह 13 साल से एक ही सीट पर जमा हुआ था।