खटीमा। नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती युवक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम कर शव का परिजनों को सौंप दिया। युवक की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
पीलीभीत रोड मंडी समिति स्थित नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती सड़ासड़िया फुलैया निवासी बलदेव सिंह (45) पुत्र प्यारा सिंह को नशा मुक्ति केंद्र संचालक शनिवार को उप जिला चिकित्सालय लेकर आया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल प्रबंधन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया। परिजनों के आने पर पुलिस ने शव का पंचनामा भरा और पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। मृतक की पत्नी कुलविंदर कौर ने बताया कि उसका पति नशे का आदी था। इस पर गत चार मई को पीलीभीत रोड स्थित मंडी समिति के पास नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया था।
मृतक बलदेव की भांजी सर्वजीत कौर ने कहा कि वह चार मई को मामा से मिलने आई तो उसे मिलने नहीं दिया। वहीं मृतक की पत्नी कुलविंदर कौर ने कहा कि छह मई को वह पति से मिलने आई तो उसे भी नहीं मिलने दिया था। सात मई की तड़के नशा मुक्ति केेंद्र संचालक ने बलदेव की तबीयत खराब होने की जानकारी दी। बताया कि उन्हें सरकारी अस्पताल ले जाया जा रहा है और कुछ देर बाद फोन पर बताया कि उसकी सरकारी अस्पताल में उनकी मौत हो गई। एसएसआई देवेंद्र गौरव ने बताया कि मामले में तहरीर नहीं मिली है। परिजनों की तहरीर मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएंगी।
पुलिस उपाधीक्षक बीएस भंडारी ने कहा कि नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती मरीज की मौत होने पर शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। पंचनामे में कोई चोट आदि के निशान नहीं है। शव परिजनों को सौंप दिया गया है। मृतक के परिजनों की शिकायत है कि बीच में उन्हें मिलने नहीं दिया गया। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। नशा मुक्ति केंद्र संचालक की भी जांच पड़ताल की जाएगी।