*पांच से कम छात्र संख्या वाले दो विद्यालयों को मिलाकर बनेगा एक आदर्श विद्यालय: डॉ धन सिंह रावत*

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पिथौरागढ़। उत्तराखंड के स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा है कि शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। कहा कि पांच से कम छात्र संख्या वाले दो विद्यालयों को मिलाकर एक आदर्श विद्यालय बनाया जाएगा।
चिकित्सा स्वास्थ्य व शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक संपन्न हुई।
बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा जनपद में प्राथमिक माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विद्यालयों के अंतर्गत शिक्षकों की तैनाती तथा जनपद अंतर्गत शिक्षा अधिकारियों को वाहन उपलब्ध कराने की बात कही तथा क्षतिग्रस्त विद्यालयों के पुनरुद्धार तथा विद्यालयों की चारदीवारी या सुरक्षा दीवारें तैयार करने की मांग की। शिक्षा मंत्री ने इन समस्या का शीघ्र निस्तारण करने कहा। बैठक में शिक्षा विभाग की तरफ से साइकिल परियोजना के तहत विद्यार्थियों को मिलने वाली साईकिल के बदले धनराशि देने की बात रखी। पिथौरागढ़ एक पर्वतीय क्षेत्र है जहां साईकिल का उपयोग बहुत कम है। यह भी अवगत कराया कि जनपद के लगभग अधिकांश विद्यार्थियों को पुस्तकों में टैबलेट उपलब्ध करा दिए गए हैं।
बैठक में मंत्री द्वारा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि 100 दिन के अंदर जनपद अंतर्गत सभी विद्यालयों में बिजली-पानी फर्नीचर खेल मैदान में खेल सामग्री आदि के समस्याओं का समाधान कर दिया जाए ताकि इन सभी सुविधाओं से विद्यार्थी वंचित ना रहें।
जिन विद्यालयों में छात्रों की संख्या 5 से कम है ऐसे दो या तीन विद्यालयों को मिलाकर एक आदर्श विद्यालय बनाए जाने के निर्देश दिए ताकि विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा व सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके। मंत्री जी ने प्रत्येक ब्लॉक में कम से कम दो आदर्श विद्यालय बनाने का सुझाव दिया।
बैठक में मंत्री द्वारा कहा गया कि 15 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक उपलब्ध कराने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बनेगा। बैठक में उपस्थित शिक्षा अधिकारियों को मंत्री द्वारा एन ए पी लागू करने का सुझाव दिया ताकि आंगनबाड़ी को विद्यालयों तक लाया जा सके तथा ऐसे विद्यालय जिनके पास अपने विद्यालय परिसर की रजिस्ट्री नहीं है वह उनकी रजिस्ट्री करा लें तथा विद्यालयों को 3D पेंटिंग के माध्यम से सजांये। शिक्षा मंत्री द्वारा 31 मई विश्व तंबाकू दिवस के अवसर पर बच्चों को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाने की बात भी कही तथा अधिकारियों को समय-समय पर बच्चों से संवाद करने का भी सुझाव दिया ताकि असल समस्या का समाधान किया जा सके।
उक्त बैठक में जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान, मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, जिला पंचायत अधिकारी दीपिका बोहरा तथा नगरपालिका अध्यक्ष राजेंद्र रावत व शिक्षा विभाग के विभिन्न अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

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