*संजीवनी अस्पताल के संचालक डॉ महेश का तीसरे दिन भी पता नहीं, कल बरामद हुआ था गाइड का शव*

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हल्द्वानी। कश्मीर के पुलवामा की तरसर झील में गिरे हल्द्वानी के प्रसिद्ध सर्जन व संजीवनी अस्पताल के संचालक डॉ. महेश कुमार का आज तीसरे दिन भी कोई सुराग नहीं लग सका है। गोताखोर टीमें उनकी तलाश में जुटी हैं। डॉ. महेश के साथ झील में गिरे स्थानीय गाइड का शव कल बृहस्पतिवार को बरामद हो गया है। इधर, डॉ. महेश के बारे में सूचना मिलने पर संजीवनी अस्पताल के कर्मचारियों समेत शहर के डॉक्टर सकते में हैं। उनके परिवार के लोग घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
हल्द्वानी के रामपुर रोड से लगे आईटीआई रोड स्थित संजीवनी अस्पताल के संचालक डॉ. महेश 18 जून को हल्द्वानी से अपने दो साथियों डॉ. राजेश रोशन और नैनीताल के कीर्ति के साथ 20-22 लोगों के दल में शामिल थे। बताया जा रहा है कि बुधवार सुबह सब ठीक था। काफिला आगे निकला तो रास्ते में एक पहाड़ी नदी थी जिस पर पगडंडी की तरह लकड़ी का पुल बना था। पार करते समय पुल टूट गया। इसमें 14 लोग झील में गिर गए। बचाव दल ने 12 लोगों को झील से निकाल लिया लेकिन डॉ. महेश और गांदरबल निवासी गाइड शकील अहमद झील में गिर गए। बुधवार और बृहस्पतिवार को एनडीआरएफ की टीम लगातार खोज में लगी रही। बृहस्पतिवार को गाइड डॉ. शकील का शव बरामद कर लिया गया जबकि डॉ. महेश का पता नहीं चल सका। इधर घटना की जानकारी मिलते ही उनकी पुत्री मौली और पत्नी डॉ. पूनम भी घटनास्थल पर पहुंच गई हैं।

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