हैदराबाद। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने परिवार केंद्रित पार्टियों पर हमला कर 2024 के लिए भाजपा की रणनीति की दिशा तय कर दी। इन विपक्षी दलों पर भ्रष्टाचार में डूबे होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि ये नरेन्द्र मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का उद्घाटन करते हुए नड्डा ने मोदी सरकार की आठ साल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि इस दौरान विपक्ष की भूमिका नकारात्मक रही है।
दरअसल 2024 के लोकसभा चुनाव और उससे पहले होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा का मुकाबला ऐसे विपक्षी दलों से होने जा रहा है, जो परिवार केंद्रित है। खुद तेलंगाना, जहां अगले साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं, में सरकार और पार्टी दोनों पर मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव परिवार का दबदबा है। उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में परिवाद केंद्रीय पार्टी या तो सत्ता में है या भाजपा के सामने प्रमुख विपक्षी दल के रूप में है। परिवार केंद्रित पार्टियों को लोकतंत्र के लिए घातक बताते हुए भाजपा आने वाले दिनों में इन पर हमला और तेज कर सकती है। बैठक में पीएम मोदी, मंत्री पीयूष गोयल समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
परिवार केंद्रित विपक्षी दलों पर हमला करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि एक ओर मोदी सरकार देश की आजादी के अमृत काल में सशक्त भारत के निर्माण के संकल्प के साथ आगे ब़़ढ रही है और विकास में पीछे छूट गए वंचित तबकों को जनकल्याणी योजनाओं के माध्यम से सशक्त बनाने में जुटी है। वहीं विपक्षी दल, जिनमें अधिकांश परिवार पर आधारित हैं, इसमें रोड़ा अटकाने का काम कर रही हैं। इसके लिए उन्होंने कोरोना की वैक्सीन का उदाहरण दिया। रिकार्ड समय में कोरोना की वैक्सीन विकसित कर 197 करोड़ डोज लगाने की पूरी दुनिया में प्रशंसा हो रही है, लेकिन भारत की इसी वैक्सीन पर सवाल उठाकर विपक्षी दलों ने जनता को गुमराह करने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा कि परिवारवादी पार्टियों के इस नकारात्मक भूमिका को जनता के सामने बेनकाब करने की जरूरत है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के पहले भाजपा महासचिवों की बैठक में आम जनता से सीधा संपर्क स्थापित करने के कई कार्यक्रमों पर चर्चा हुई। इसकी जानकारी देते हुए राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी में इन्हें अंतिम रूप दिया जाएगा। इन कार्यक्रमों में हर बूथ पर 200 कार्यकर्ता तैयार करने से लेकर 30 करोड़ लाभार्थियों से संपर्क स्थापित करना शामिल है।