हल्द्वानी। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के निर्देशन में उत्तराखण्ड पुलिस निरंन्तर स्मार्ट पुलिसिंग के लिए हर रोज ने तरीके खोज रही है। पुलिस महानिदेशक ने आज अमेरिकन स्कूटर सिगवे पुलिस को समर्पित किया। इन्हें मुंबई क्रय किया गया है। अभी दो गाड़ी उपलब्ध हैं एक गाड़ी कीमत दो लाख रुपये है।
डीजीपी ने बताया कि यह सेल्फ बैलेंसिंग स्कूटर है, यह अलग अलग साइज में आती है, जिसमें 6.5 इंच से लेकर 10 इंच तक की साइज उपलब्ध है। इसमें कंपनी ने Lithium-ion बैटरी पै का प्रयोग किया गया है। सिंगल चार्ज में यह 20 किलोमीटर तक का ड्राइविंग रेंज प्रदान करती है। एक घंटे चार्ज करने पर यह स्कूटर 18 किलोमीटर तक का सफर कर सकती है।
इससे वाहनों द्वारा पैदल मार्ग (जैसे माल रोड नैनीताल) पर पैट्रोलिंग की जायेगी जिससे अपराधिक गतिविधियों एवं महिलाओं के साथ छेडछाड जैसी घटनाओं पर अंकुश लगेगा। कहा कि उत्तराखण्ड एक पर्यटक प्रदेश है जिसके चलते इन वाहनों की कारगरता/प्रभाव को देखते हुए अन्य स्थानों के लिए भी और अधिक वाहन क्रय किये जायेंगे।
बताया कि वर्तमान में 100 अधिक हाईवे पैट्रोल/सिटी पैट्रोल हेतु स्मार्ट गाडिया समस्त जनपदों को प्रत्येक थाना क्षेत्रान्तर्गत संचालित किया जा रहा है।डाईल 112 गाडियां प्रत्येक थाना क्षेत्रान्तर्गत संचालित की जा रही है। जिसका रिस्पांस टाईम कम से कम ( लगभग 5 से 07 मिनट ) है। ई-बीट सिस्टम के तहत बीट पुलिसिंग को स्मार्ट बनाया जा रहा है । स्वान चीता पुलिस पुलिसिंग हेतु प्रशिक्षण देकर शार्ट वैपन्स तथा समार्ट वर्दी दी गयी है। जिस हेतु स्वान कंट्रोल रुम स्थापित किये जा रहे है।उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा ऑनलाईन एफआईआर की प्रक्रिया शुरु की जा रही है जिसमें गुमशुदा मोबाईल,गाडियां आदि की e-FIR पंजीकृत किये जायेंगे ।डीजीपी ने बताया कि उत्तराखण्ड पुलिस द्वार विभिन्न एप जैसे गौरा शक्ति जो महिलाओं से सम्बन्धित है इस एप के द्वारा महिलाओं के साथ होने वाले छेडछाड एवं उत्पीडन का महिलाओँ द्वारा फोटो /वीडियों के माध्यम से भी शिकायत की जा सकती है, ट्रैफिक आई एप जो यातातात से सम्बन्धित है इस एप द्वारा यदि किसी आम जनमानस यातायात से सम्बन्धित कोई शिकायत या सुझाव हो तो फोटो के माध्यम से शिकायत कर सकते है जिस पर उल्लंघनकर्ता का ऑनलाईन चालान की प्रकिया की जा रही है। उत्तराण्डखण्ड एस0टी0एफ0 को आधुनिक साफ्टवेयर/उपकरणों के माध्यम से स्मार्ट बनाया गया है देश में वर्तमान समय में उत्तराखण्ड एस0टी0एफ0 बेहतर कार्य कर रही है। आपदा/यातायात इत्यादि हेतु प्रत्येक जनपदों में स्मार्ट पुलिस कंट्रोल रुम बनवाये जा रहे है। विधिविज्ञानशाला का आधुनिकरण आनावरण हेतु डीएनए प्रोफाईल टेस्टिंग की सुविधा हो सकेगा।